- भारत-ऑस्ट्रेलिया दूसरा टेस्ट मैच
- बॉक्सिंग-डे टेस्ट में भारतीय टीम के अंदर दिख सकता है बड़ा बदलाव
- टीम इंडिया में शामिल हो सकते हैं रवींद्र जडेजा
एडीलेड: भारतीय टीम प्रबंधन इस सप्ताहांत से आस्ट्रेलिया के खिलाफ होने वाले बॉक्सिंग डे टेस्ट से पूर्व रविंद्र जडेजा की चोट पर करीबी नजर रखे हुए है और अगर यह आलराउंडर फिट होता है तो अंतिम एकादश में हनुमा विहारी की जगह ले सकता है। पहले टी20 अंतरराष्ट्रीय के दौरान जडेजा के सिर में चोट लगी थी और इसके बाद उनके पैर की मांसपेशियों में भी खिंचाव आ गया था जिसके कारण वह पहले टेस्ट से बाहर हो गए थे। भारत को पहले टेस्ट में हार का सामना करना पड़ा और इस दौरान जडेजा ने नेट पर वापसी की।
पता चला है कि यह आलराउंडर अच्छी तरह उबर रहा है लेकिन अभी यह निश्चित रूप से नहीं कहा जा सकता कि वह 26 दिसंबर से मेलबर्न में शुरू होने वाले पहले टेस्ट के लिए शत प्रतिशत फिट हो जाएगा। लेकिन जडेजा फिट होते हैं जो आंध्र प्रदेश के बल्लेबाज विहारी को अंतिम एकादश से बाहर होना पड़ सकता है। विहारी के बाहर होने का कारण हालांकि एडीलेड में पहले टेस्ट में उनका खराब प्रदर्शन नहीं बल्कि अजिंक्य रहाणे और रवि शास्त्री द्वारा सर्वश्रेष्ठ संयोजन उतारा जाना है।
भारतीय क्रिकेट बोर्ड (बीसीसीआई) के एक वरिष्ठ सूत्र ने पीटीआई को बताया, ‘‘अगर जडेजा लंबे स्पैल फेंकने के लिए फिट हो जाता है तो फिर बहस का कोई बात ही नहीं है। जडेज अपने आलराउंड कौशल के आधार पर विहारी की जगह लेगा। साथ ही इससे हमें एमसीजी में पांच गेंदबाजों के साथ उतरने का विकल्प मिलेगा।’’
जडेजा ने 49 टेस्ट में 35 से अधिक की औसत से 1869 रन बनाए हैं जिसमें एक शतक और 14 अर्धशतक शामिल हैं। उन्होंने आस्ट्रेलिया और इंग्लैंड के पिछले दौरों पर अर्धशतक जड़े थे। दूसरी तरफ विहारी ने 10 टेस्ट में 576 रन बनाए हैं जिसमें वेस्टइंडीज के खिलाफ शतक के अलावा चार अर्धशतक शामिल हैं। उन्होंने 33 से अधिक के औसत से रन बनाए हैं।
लोगों का यह भी मानना है कि अगर बल्लेबाजी कौशल पर ध्यान दें तो भी ‘विशेषज्ञ विहारी’ और ‘आलराउंडर जडेजा’ में अधिक अंतर नहीं है। मोहम्मद शमी कलाई में फ्रेक्चर के कारण पहले ही श्रृंखला से बाहर हो गए हैं और ऐसे में भारत चार की जगह पांच विशेषज्ञ गेंदबाजों के साथ उतर सकता है।