- सातवें विकेट के लिए वॉशिंगटन सुंदर और शार्दुल ठाकुर ने बीच हुई 123 रन की साझेदारी
- भारत ने 186 रन पर गंवा दिए थे 6 विकेट, ऐसे में दोनों ने संभाला
- कंगारू गेंदबाजों ने नहीं की जरूरत के अनुरूप गेंदबाजी
ब्रिस्बेन: ऑस्ट्रेलिया के पूर्व कप्तान रिकी पोंटिंग ने निचले क्रम में वाशिंगटन सुंदर और शार्दुल ठाकुर की अनुशासित और शानदार बल्लेबाजी की तारीफ की जिससे भारतीय टीम श्रृंखला के चौथे और निर्णायक टेस्ट मुकाबले में बनी हुई है। ऑस्ट्रेलिया के 369 रन के पहली पारी के स्कोर के जवाब में भारतीय टीम का स्कोर एक समय छह विकेट पर 186 रन था तब पदार्पण करने वाले सुंदर (62) और शारदुल (67) ने सातवें विकेट के लिये 123 रन की अहम साझेदारी से भारत को पहली पारी में 336 रन बनाने में सफल रहा।
पोंटिंग ने 'क्रिकेट डॉट कॉम डॉट एयू' से कहा, 'उन्होंने बल्लेबाजी के दौरान जिस तरह का जज्बा और धैर्य दिखाया वह शानदार था। उन्होंने जोखिम नहीं उठाया। वह साझेदारी शानदार थी, बिलकुल वैसी जिसकी उस समय भारतीय टीम को जरूरत थी। वे कुछ टेस्ट के अनुभव के साथ ऐसा करने में सफल रहे।'
कंगारू गेंदबाजों में थी आक्रामकता की कमी
पोंटिंग ने कहा कि ऑस्ट्रेलिया की गेंदबाजी में आक्रमकता की कमी थी और तेज गेंदबाजों को भारतीय निचले क्रम के खिलाफ अधिक शॉटपिच गेंदों का इस्तेमाल करना चाहिये था। उन्होंने कहा, 'मुझे नहीं लगता कि वे ज्यादा आक्रामक थे, उन्होंने ज्यादा शॉट गेंदें नहीं फेंकी। उन्होंने भारतीय बल्लेबाजों को जमने का मौका दिया। उन्होंने बल्लेबाजों को वैसी ही गेंदबाजी की जैसी वह चाहते थे।'