- रिषभ पंत ने ऑस्ट्रेलिया ए के खिलाफ अभ्यास मैच की दूसरी पारी में जड़ा धमाकेदार शतक
- टेस्ट सीरीज के आगाज से पहले पंत के पास खुद को साबित करने का था ये आखिरी मौका
- अभ्यास मैच में पंत की धमाकेदार पारी देखकर आकाश चोपड़ा ने एडम गिलक्रिस्ट से की उनकी तुलना
सिडनी: ऑस्ट्रेलिया ए के खिलाफ अभ्यास मैच में महज 73 गेंद में धमाकेदार शतक जड़कर लंबे समय से खराब फॉर्म में चल रहे रिषभ पंत ने आलोचकों को करारा जवाब दिया है। पिंक बॉल से दूधिया रोशनी में खेले गए इस मैच की दूसरी पारी में पंत छठे पायदान पर बल्लेबाजी करने उतरे और आतिशी बल्लेबाजी से सबका मुंह बंद कर दिए। इस पारी के दौरान पंत ने 9 चौके और 6 शानदार छक्के जड़े।
पंत की इस आतिशी पारी को देखने के बाद पूर्व टेस्ट क्रिकेटर और कॉमेन्ट्रेटर आकाश चोपड़ा ने पंत की तुलना ऑस्ट्रेलिया के पूर्व दिग्गज विकेटकीपर बल्लेबाज एडम गिलक्रिस्ट से की है। अभ्यास मैच के दूसरे दिन के खेल पर टिप्पणी करते हुए चोपड़ा ने कहा, प्लेयर ऑफ द डे के रूप में मेरी पसंद पहले हनुमा विहारी थे लेकिन अंत में मैंने इसे बदलकर रिषभ पंत कर दिया। मैंने ऐसा ये देखकर किया कि उन्होंने विरोधी टीम को दिन के आखिरी सेशन में तहस नहस कर दिया।'
एडम गिलक्रिस्ट जैसे हैं पंत
आकाश चोपड़ा ने आगे कहा, इस खिलाड़ी में क्वालिटी है और वो एडम गिलक्रिस्ट जैसा है। निश्चित तौर पर एडम गिलक्रिस्ट ने अपने करियर में बहुत कुछ हासिल किया लेकिन पंत की कहानी अभी शुरू हुई है। लेकिन जब कोई खिलाड़ी आपको उनकी याद दिलाता है तो ऐसा लगता है कि आप उनके बेहद करीब पहुंच गए हैं।'
एक सेशन में बदल देते हैं खेल का रुख
चोपड़ा ने आगे कहा, ऐसा इसलिए है क्योंकि जब वो निचले क्रम में बल्लेबाजी करने आते हैं तो वो एक सेशन में पूरे खेल को बदल देते हैं। रिषभ पंत के अंदर वो काबीलियत है। जब वो बल्लेबाजी करने आए तब बहुत दवाब में थे पहली पारी में वो रन नहीं बना सके थे और ये उनके पास खुद को साबित करने का आखिरी मौका था। यहां तक कि वो पहले अभ्यास मैच में भी नहीं खेले थे।
दो साल पहले ऑस्ट्रेलिया में किया था धमाकेदार प्रदर्शन
पंत ने साल 2018 में ऑस्ट्रेलिया दौरे पर खेले 4 टेस्ट की 7 पारियों में 1 बार नाबाद रहते हुए 58.33 की औसत से 350 रन बनाए थे। इस दौरान उन्होंने नाबाद 159* रन की पारी भी खेली थी। ऐसे में इस बार भी उनसे टीम इंडिया को पिछले प्रदर्शन को दोहराने की आशा है। जिससे की टीम इंडिया बॉर्डर-गावस्कर ट्रॉफी पर कब्जा बरकरार रहे।