- अबतक खेले 6 टेस्ट मैच में हनुमा ने बनाए हैं 456 रन
- वेस्टइंडीज के खिलाफ टेस्ट सीरीज में चुने गए मैन ऑफ द सीरीज
- विशाखापट्टनम में पहली बार खेल रहे हैं घरेलू सरजमीं पर टेस्ट
नई दिल्ली: भारतीय क्रिकेट टीम के पूर्व कप्तान और दिग्गज क्रिकेटर सचिन तेंदुलकर युवा टेस्ट क्रिकेटर हनुमा विहारी से बेहद प्रभावित हैं। सचिन ने पीटीआई से बात करते हुए हनुमा विहारी की तारीफ करते हुए कहा कि मैं उनकी एकाग्रता और मानसिकता और दबाव झेलने की क्षमता से बेहद प्रभावित हूं।
सचिन ने हनुमा विहारी के बारे में बात करते हुए कहा, 'टेस्ट क्रिकेट में आपको अलग तरह से खेलना होता है। यहां असली कौशल की परीक्षा गेंदबाजों के अनुकूल पिच पर होती है और उन्होंने ऐसी परिस्थितियों में आदर्श मानसिकता दिखायी है।' उन्होंने उनकी तकनीक की तारीफ करते हुए कहा, 'विहारी सही समय पर सही शॉट खेलते हैं। मैं उनकी एकाग्रता और मानसिकता और दबाव झेलने की क्षमता से प्रभावित हूं। टेस्ट क्रिकेट में आपको कई चीजों की परीक्षा देनी होती है अगर आप ऐसा इसमे सफल होते हैं तो आपके शारीरिक हाव भाव बिल्कुल अलग होते हैं जो मैंने विहारी में देखा है।'
हनुमा विहारी ने साल 2018 में इंग्लैंड के खिलाफ ओवल में टेस्ट डेब्यू किया। अपनी पहली टेस्ट पारी में वो अर्धशतक(56) जड़ने और अपनी छाप छोड़ने में सफल रहे। इसके बाद ऑस्ट्रेलिया दौरे पर वो कोई खास प्रदर्शन नहीं कर सके लेकिन टीम मैनेजमेंट ने उन्हें जो भूमिका दी उन्होंने उसपर खरा उतरने की पुरजोर कोशिश की। पूरे करियर में मध्यक्रम में बल्लेबाजी करने वाले हनुमा को ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ मेलबर्न में पारी की शुरुआत करने को कहा गया तो उन्होंने इसके लिए भी हामी भर दी।
हनुमा विहारी के करियर की सबसे सफल सीरीज वेस्टइंडीज के खिलाफ रही। कैरेबियाई दौरे पर उन्होंने शानदार बल्लेबाजी की और करियर का पहला शतक भी जड़ा। उन्होंने 2 मैचों की सीरीज में 1 शतक और 2 अर्धशतक की मदद से कुल 289 रन बनाए। इस दौरान उनका औसत 96.33 का रहा। वो सीरीज में सबसे ज्यादा रन बनाने वाले खिलाड़ी रहे। इसके लिए उन्हें मैन ऑफ द सीरीज भी चुना गया।
उन्होंने 6 टेस्ट मैच के छोटे से करियर में 6वें नंबर पर अपनी जगह पक्की कर ली। ऐसे में दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ घरेलू टेस्ट सीरीज में रोहित को मौका देने के लिए टीम मैनेजमेंट को ओपनिंग में आजमाने का फैसला करना पड़ा। अब तक करियर में खेले 6 टेस्ट मैच की 11 पारियों में 45.60 की औसत से 456 रन बनाए हैं। इस दौरान उनके बल्ले से 1 शतक और 3 अर्धशतक निकले हैं। ऐसे में सचिन तेंदुलकर का तारीफ करना निश्चित तौर पर उनके लिए बेहद अहम साहित होगा।