- साल 1992 में यॉर्कशर के लिए काउंटी क्रिकेट खेले थे सचिन तेंदुलकर
- वो यॉर्कशर के लिए काउंटी क्रिकेट खेलने वाले पहले बाहरी खिलाड़ी बने थे
- सचिन तेंदुलकर ने यॉर्कशर के लिए खेलते हुए बल्ले से मचा दिया था धमाल
मुंबई: दुनियाभर के सभी क्रिकेटरों की तरह मास्टर ब्लास्टर सचिन तेंदुलकर भी कोरोना वायरस की वजह से चल रहे लॉकडाउन के दौरान अपनी यादों के पिटारे को खंगाल रहे हैं और प्रशंसकों के साथ साझा कर रहे हैं। उन्होंने शुक्रवार को इन्स्टाग्राम पर ऐसी ही एक याद प्रशंसकों के साथ साझा की। जब वो महज 19 साल की उम्र में काउंटी क्रिकेट खेलने गए थे।
काउंटी क्रिकेट से मिली ये सीख
सचिन तेंदुलकर जब यॉर्कशर काउंटी के लिए खेलने गए थे उन्होंनें प्रशंसकों के साथ साझा की और लिखा, मेरे काउंटी क्रिकेट के दिनों की यादें। 19 साल के एक क्रिकेटर के रूप में यॉर्कशर के लिए खेलना एक बड़ी उपलब्धि थी। इसकी वजह से मुझे इंग्लैंड की परिस्थियों को बेहतर तरीके से समझने में मदद मिली। शानदार यादें।
यॉर्कशर के तोड़ दी थी अपनी सालों पुरानी परंपरा
सचिन तेंदुलकर को अपनी टीम में शामिल करने के लिए यॉर्कशर काउंटी ने अपनी सालों पुरानी परंपरा को भी तोड़ दिया था। सचिन यॉर्कशर के लिए काउंटी क्रिकेट खेलने वाले पहले बाहरी खिलाड़ी बने थे। यह उस वक्त देश के लिए गौरव का विषय था। यॉर्कशर के लिए अपनी परंपरा इतनी महत्वपूर्ण थी कि उन्होंने अन्य इंग्लिश काउंटी टीम के खिलाड़ियों को भी कभी अपनी टीम में नहीं चुना था।
16 मैच में बनाए थे 1 हजार से ज्यादा रन
19 साल के सचिन ने काउंटी सीजन के आहाज से पहले सभी फॉर्मेट में कुल मिलाकर 1,671 रन बनाए थे जिसमें दो शतक भी शामिल थे। ऐसे में यॉर्कशर की टीम उनका बेसब्री से इंतजार कर रही थी। सचिन ने 30 अप्रैल 1992 को काउंटी क्रिकेट में डेब्यू किया और उस सीजन उन्होंने 16 प्रथम श्रेणी मैच में 46.52 के औसत से 1070 रन बनाए थे। सबसे रोचक बात है कि सचिन को काउंटी ने ऑस्ट्रेलियाई तेज गेंदबाज क्रेग मैक्डरमैच के चोटिल होने के बाद अनुबंधित किया था।