- महेंद्र सिंह धोनी की पत्नी साक्षी धोनी ने इंस्टाग्राम चैट के दौरान किए कई खुलासे किए
- साक्षी ने बताया कि क्रिकेट दौरे पर धोनी हमेशा दरवाजा खुला रखते हैं
- वीडियो गेम को लेकर माही के प्रेम पर भी पत्नी साक्षी धोनी ने किया खुलासा
चेन्नई: टीम इंडिया के पूर्व दिग्गज कप्तान हमेशा ही कैप्टन कल के नाम से जाने गए, इसकी वजह है कि वो मैदान पर अपनी भावनाओं को खुद पर हावी नहीं होने देते। स्थिति कैसी भी हो, दबाव जितना भी हो, धोनी को हमेशा पता होता है कि उन्हें कब क्या करना है। धोनी को आपने बेशक भावुक नहीं देखा हो लेकिन उनकी पत्नी साक्षी ने धोनी की कुछ आदतों पर बात करते हुए बताया है कि धोनी हमेशा भावुक रहते हैं और ये खेल के प्रति उनका प्यार है।
कब भावुक हुए थे धोनी
साक्षी धोनी ने चेन्नई सुपर किंग्स के साथ इंस्टाग्राम चैट पर बताया कि जब चेन्नई सुपर किंग्स ने 2018 में तीसरी बार इंडियन प्रीमियर लीग (आईपीएल) का खिताब जिताया था उस समय धोनी भावुक हो गए थे। उस आईपीएल फाइनल में मुंबई के वानखेड़े स्टेडियम पर चेन्नई सुपर किंग्स का सामना सनराइजर्स हैदराबाद से हुआ था। हैदराबाद ने पहले बल्लेबाजी करते हुए 6 विकेट पर 178 रन बनाए थे। जवाब में चेन्नई सुपर किंग्स की तरफ से उनके ऑस्ट्रेलियाई ओपनर शेन वॉटसन ने 57 गेंदों पर नाबाद 117 रनों की ताबड़तोड़ पारी खेलकर अपनी टीम को 18.3 ओवर में ही 8 विकेट से जीत दिला दी थी।
वीडियो गेम है तनाव कम करने का हथियार
इसके अलावा साक्षी ने धोनी के वीडियो गेम के प्रति प्यार के बारे में भी बताया। साक्षी ने कहा, 'वीडियो गेम उनके लिए तनाव खत्म करने का एक हथियार है। धोनी का दिमाग हमेशा सोचता रहता है और वो आराम नहीं करता है।' गौरतलब है कि कई बार ऐसी तस्वीरें वायरल हुई जहां एयरपोर्ट पर धोनी और उनके कई अन्य साथी खिलाड़ी मोबाइल पर पब-जी खेलते हुए नजर आए।
दरवाजा हमेशा खुला रखते हैं
कई पूर्व दिग्गज इस बात का खुलासा कर चुके हैं कि धोनी टूर्नामेंट के दौरान अपने होटल का कमरा कभी बंद नहीं करते हैं। वो रूम का दरवाजा खुला रखते हैं ताकि खिलाड़ी जब चाहें उनसे आकर बात कर सकें। उनकी पत्नी साक्षी ने भी इस बारे में बताया है। साक्षी ने कहा कि धोनी जब भी दौरे पर जाते हैं तो वह हमेशा दरवाजा खुला रखते हैं और जब भी वे चाहें तो खिलाड़ियों से बात करते हैं। उन्होंने कहा, 'माही हमेशा दरवाजा खुला रखते हैं। यह 2010 के बाद से है (जब हमने शादी की थी)। लोग आते.और हम सुबह में तीन चार बजे तक बात करते। जब भी वे माही से क्रिकेट के बारे में बात करने आते तो मैं दूर चली जाती हूं।'