- पाकिस्तान क्रिकेट को कलंकित करने वाले सलीम मलिक चाहते हैं कि प्रतिबंध हटे
- मैच फिक्सिंग के लिए उन पर आजीवन प्रतिबंध लगा हुआ है
- अब देश के क्रिकेट में इस तरह योगदान देना चाहता हैं सलीम मलिक
कराचीः मैच फिक्सिंग और पाकिस्तान, इन दोनों का जुड़ाव क्रिकेट में लंबे समय से चला आ रहा है और मौजूदा समय में भी ये जारी है। आए दिन किसी ना किसी खिलाड़ी पर फिक्सिंग व भ्रष्टाचार को लेकर गाज गिरती ही रहती है। अब उनके एक पुराने खिलाड़ी ने देश के क्रिकेट बोर्ड से दूसरे मौके की गुजारिश की है। हम बात कर रहे हैं पूर्व दिग्गज सलीम मलिक (Saleem Malik) की जिन पर फिक्सिंग के लिए आजीवन प्रतिबंध लगा हुआ है।
पाकिस्तान के पूर्व कप्तान सलीम मलिक ने पाकिस्तान के क्रिकेट प्रशासकों से मैच फिक्सिंग के कारण उन पर लगा आजीवन प्रतिबंध हटाने का आग्रह किया। वो कोचिंग का अपना सपना पूरा करना चाहते हैं। सलीम मलिक को साल 2000 में मैच फिक्सिंग का दोषी पाया गया था जिसके बाद उन पर आजीवन प्रतिबंध लगा दिया गया था।
मैं सेवा करना चाहता हूं
सलीम मलिक ने अपने एक बयान में कहा है कि भ्रष्टाचार के दोषी अन्य खिलाड़ियों को खेल में वापसी की अनुमति दी गयी लेकिन उन्हें नहीं। एक वीडियो संदेश में उन्होंने कहा, ‘‘मैं कोच के रूप में अपने देश और खिलाड़ियों की सेवा करना चाहता हूं।’’ पूर्व तेज गेंदबाज अताउर रहमान पर भी जांच के बाद आजीवन प्रतिबंध लगाया गया था जबकि छह अन्य खिलाड़ियों पर जुर्माना किया गया था।
मेरे नाम पर विचार नहीं हुआ
57 वर्षीय मलिक ने कहा, ‘‘जब भी मैंने कोच के रूप में सेवाएं देने की कोशिश की मेरे नाम पर विचार नहीं किया गया।’’ अब ऐसी स्थिति में देखना ये होगा कि पहले से खराब स्थिति से गुजर रहा पाकिस्तान क्रिकेट क्या सलीम मलिक के बारे में कोई फैसला लेगा।
अच्छे रहे थे आंकड़े
सलीम मलिक ने पाकिस्तान की तरफ से 1982 से 1999 के बीच 103 टेस्ट और 283 वनडे खेले। इस दौरान सलीम मलिक ने टेस्ट क्रिकेट में 43.69 की औसत से 5768 रन बनाए जिसमें 15 शतक शामिल रहे। जबकि वनडे क्रिकेट में उन्होंने 7170 रन बनाए जिसमें उनके नाम 5 शतक दर्ज हैं। मलिक ने इस दौरान ऑलराउंडर की भूमिका भी निभाई। टेस्ट में उन्होंने 5 विकेट लिए जबकि वनडे क्रिकेट में उनके नाम 89 विकेट दर्ज हैं।