- भारतीय टीम फिलहाल दक्षिण अफ्रीका दौरे पर है
- टीम इंडिया टेस्ट सीरीज का पहला मैच जीत चुकी है
- भारत की इस जीत में तेज गेंदबाजों की अहम भूमिका रही
दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ सेंचुरियन में खेले गए पहले टेस्ट में तेज गेंदबाज मोहम्मद शमी, जसप्रीत बुमराह और मोहम्मद सिराज ने कातिलाना गेंदबाजी। इस तीनों के दम पर भारत ने यह मैच आसानी से 113 रन से जीत लिया। भारत की सेंचुरियन में यह पहली टेस्ट जीत थी। भारतीय पेस अटैक की तिकड़ी के शानदार प्रदर्शन की पूर्व क्रिकेटर्स और विशेषज्ञ खूब तारीफ कर रहे हैं। अब इस कड़ी में पूर्व क्रिकेटर और मशहूर कमेंटेटर संजय मांजरेकर का नाम भी जुड़ गया है। मांजरेकर ने भारतीय तिकड़ी की तारीफ करते हुए उसकी तुलना 90 के दशक के आखिर के पाकिस्तान के घातक पैस अटैक से की है।
बता दें कि भारत और मेजबान दक्षिण अफ्रीका के बीच तीन मैचों की सीरीज के पहले टेस्ट में शमी, बुमराह और सिराज ने 16 विकेट झटके थे। शमी ने पहली पारी में 5 और दूसरी पारी में 3 विकेट हासिल किए। बुमराह ने पहली पारी में 2 और दूसरी पारी में 3 शिकार किए। वहीं, सिराज ने मुकाबले में 3 विकेट अपनी झोली में डाले। मांजरेकर ने ईएसपीएन क्रिकइन्फो से बातचीत में कहा, 'टीम इंडिया के लिए पिछले 5-6 सालों में एक चीज बदल गई है, जो भारत के लिए एक दुर्लभ उदाहरण रहा है। भारत को विदेशों में सफलता अब तीन विश्व स्तरीय तेज गेंदबाज की बदौलत मिल रही है। इसका बहुत बड़ा प्रभाव पड़ा है।'
सेंचुरियन में जीत के बाद विराट कोहली ने पढ़े मोहम्मद शमी की तारीफ में कसीदे
मांजरेकर ने आगे कहा, 'अगर आप टेस्ट क्रिकेट के इतिहास को देखें तो पहले पाकिस्तान टीम की विदेश में कामयाबी की अहम वजह उसके तीन विश्व स्तरीय तेज गेंदबाज हुआ करते थे। और अब भारतीय टीम उस स्थिति में है, जहां उसके पास तीन धाकड़ तेज गेंदबाज है। ये भारतीय क्रिकेट के लिए अच्छा संकेत है।' गौरतलब है कि पाकिस्तान 90 के दशक के आखिर में वसीम अकरम, वकार यूनिस और शोएब अख्तर की घातक तिकड़ी से मिलकर बने तेज आक्रमण के लिए जाना जाता था। तीनों गेंदबाज तेज गति के साथ-साथ गेंद को स्विंग कराने की भी महारत रखते थे।