- शोएब अख्तर ने कहा कि अगले एक साल क्रिकेट खेलना संभव नहीं
- अख्तर ने साथ ही कहा कि गेंदबाज अब गेंद को चमकाने के लिए थूक नहीं लगाएंगे
- कोरोना वायरस के कारण इस समय सभी खेल गतिविधियां रद्द या स्थगित हैं
नई दिल्ली: पाकिस्तान के पूर्व तेज गेंदबाज शोएब अख्तर ने कहा कि उन्हें नहीं लगता कि कोरोना वायरस महामारी के कारण अगले एक साल तक दुनिया में कही भी क्रिकेट खेला जाएगा। रावलपिंडी एक्सप्रेस के नाम से मशहूर अख्तर ने कहा कि जब तक यह पता न लग जाए कि इस वायरस से कितने लोग ग्रस्त हैं, तब तक किसी भी प्रकार का खेल नहीं होगा। अख्तर ने अपने यू-ट्यूब चैनल पर कहा, 'अगर आप मुझसे पूछेंगे तो मैं नहीं जानता कि कोरोना वायरस कितना लंबा चलेगा। जब तक यह पता नहीं चल जाता कि कितने लोग इससे ग्रस्त हैं, कोई किसी भी तरह का क्रिकेट कहीं नहीं खेल सकता।'
उन्होंने कहा, 'कोरोना वायरस के कारण मुझे अगले एक साल तक क्रिकेट खेलते हुए नजर नहीं आता। मैं देख रहा हूं कि वायरस हमें एक साल तक परेशान करेगा। यह संकट की घड़ी है। मैं उम्मीद कर रहा हूं कि हम इससे मजबूती से बाहर निकले।' 44 साल के अख्तर ने कहा कि उन्हें नहीं लगता कि गेंदबाज अब मैच के दौरान गेंद को चमकाने के लिए थूक का इस्तेमाल करेंगे।
अख्तर ने कहा, 'मुझे नहीं लगता कि कोई गेंद पर थूक लगाएगा। हम गेंदबाज होने के नाते गेंद को चमकाने के लिए थूक लगाते हैं। गेंद पार्क में हर किसी के हाथों में जाती है। मैंने आईसीसी की रिपोर्ट देखी, जिसमें कहा गया कि गेंदबाज अब गेंद पर थूक नहीं लगा सकेंगे। क्रिकेट ऐसा खेल है, जिसमें आपको शरीर नजदीक लाना होते हैं। अगर आईसीसी ने गेंद पर थूक लगाने को लेकर नया कानून पास किया है तो मैं कोरोना वायरस को ध्यान रखते हुए इस फैसले का स्वागत करता हूं।'
क्रिकेट टूर्नामेंट ठप्प
शोएब अख्तर ने बताया कि गेंद को चमकाने का प्रमुख कारण यह है कि मैच के दौरान गेंद से कुछ स्विंग हासिल की जा सके। खेल शुरुआत से बल्लेबाजों के पक्ष में जाता दिख रहा है। ऐसे में गेंदबाज वो हर चीज करता है, जिससे बल्लेबाज को परेशान कर सके। इस समय आईपीएल जैसी शीर्ष लीग में नहीं खेली जा रही है। इसके अलावा प्रीमियर लीग, ला लीगा जैसे दिग्गज फुटबॉल स्पर्धाएं भी स्थगित हैं। अब तक किसी को नहीं पता कि प्रतिस्पर्धाएं कब शुरू होंगी।