नई दिल्लीः कुछ लोग दुनिया में ऐसे होते हैं जो पूरी जिंदगी एक काम को करने की सोचते रहते हैं और नहीं कर पाते हैं, वहीं कुछ लोग ऐसे भी होते हैं तो जो ज्यादा सोचते नहीं नहीं है और जिंदगी में इतना कुछ कर जाते हैं कि किसी को विश्वास नहीं होता। ऐसा ही एक नाम था आर्थर कॉनन डॉयल का। उन्होंने अपने जीवन में इतना कुछ किया कि आज के जमाने में उनके बारे में सुनकर सब दंग रह जाते हैं।
कौन थे आर्थर कॉनन डॉयल?
सर आर्थर कॉनन डॉयल का जन्म आज ही के दिन 1859 में स्कॉटलैंड के एडिनबर्ग में हुआ था और 71 वर्ष की आयु में इंग्लैंड के क्रोबरो में उनकी मृत्यु हो गई थी। डॉयल एक लेखक थे और कुछ लोग उनको डॉक्टर के रूप में भी जानते थे। वो एक फिजिशियन थे। उन्होंने दो शादियां की थीं।
उन्होंने क्या खास लिखा था?
हॉलीवुड हो या बॉलीवुड, आज भी उनकी एक किताब पर फिल्में बनती हैं। 'शर्लोक होम्स' (Sherlock Holmes), ये उनके द्वारा लिखी गई एक जासूस की वो कहानियां थीं जिससे वो पूरी दुनिया में मशहूर हुए।
क्रिकेट करियर के अलावा फुटबॉल भी
डॉयल एक लेखक होने के साथ-साथ एक खिलाड़ी भी थे। हमने किसी एक खेल के नाम से उनको नहीं जोड़ा है क्योंकि उन्होंने कई खेलों में महारथ हासिल की थी। खेलों को भी वो ज्यादातर में शीर्ष स्तर पर नजर आए। डॉयल ने शुरुआत एक फुटबॉलर के रूप में की और वो पोर्ट्समोथ क्लब के गोलकीपर रहे। क्रिकेट में कदम रखा तो वो प्रतिष्ठित मेरिलबोन क्रिकेट क्लब का हिस्सा बने और उन्होंने 10 प्रथम श्रेणी क्रिकेट मैच भी खेले। उनका सर्वाधिक स्कोर 43 रन का रहा और वो एक अच्छे गेंदबाज भी थे। उन्होंने क्रिकेट के सबसे पुराने दिग्गज चेहरे WG Grace का विकेट भी लिया था।
मुक्केबाजी से गोल्फ और बिलियर्ड्स तक
इसके अलावा डॉयल ने बॉक्सिंग में भी हाथ आजमाया और वो एक अमेचर बॉक्सर भी रहे। उन्होंने सिर्फ बॉक्सर के रूप में इस खेल में हिस्सा नहीं लिया बल्कि वो एक रेफरी भी रहे। इसके अलावा डॉयल एक गोल्फर भी रहे। उन्होंने ससेक्स के क्रोबरो बीकन गोल्फ क्लब की तरफ से गोल्फ भी खेला। साल 1913 में उन्होंने बिलियर्ड्स में भी दम दिखाया और वो अमेचर बिलियर्ड्स चैंपियनशिप में खेलते दिखे।
वकील भी, राजनेता भी
इसके अलावा जीवन के अंतिम सालों में उन्होंने वकालत भी की और राजनीति में भी सक्रिय रहे। वो 1900 में एडिनबर्ग सेंट्रल की तरफ से सांसद बनने के लिए चुनाव भी लड़े थे। वकील के रूप में उन्होंने दो बड़े केस भी हाथ में लिए और उनका निपटारा भी किया।