- सौरव गांगुली से फिर पूछा गया बड़ा सवाल, क्या आप राजनीति में आएंगे?
- पश्चिम बंगाल के सबसे बड़ी हस्तियों में शुमार है दादा का नाम
- इस बार राजनीति को लेकर पूछे गए सवाल पर दिया बड़ा बयान
भारतीय क्रिकेट बोर्ड (बीसीसीआई) के अध्यक्ष सौरव गांगुली (Sourav Ganguly) राजनीति में शामिल होने के सवाल को हमेशा टालते रहते थे। इस बार उन्होंने सवाल का घुमा-फिराकर जवाब तो दिया लेकिन उनके इस वाले बयान ने चर्चा जरूर छेड़ दी है। पश्चिम बंगाल विधानसभा चुनाव से पहले राजनीति में उतरने को लेकर बढ़ती अटकलों के बीच सौरव गांगुली ने घुमा फिराकर कहा कि देखते हैं कैसे मौके मिलते हैं और क्या होता है।
सौरव गांगुली दिल के दौरे के बाद एंजियोप्लास्टी कराने के बाद कोलकाता में अपने निवास पर आराम कर रहे हैं। वह जानते हैं कि 27 मार्च से 29 अप्रैल तक होने वाले आठ चरण के चुनावों से पहले उनके राजनीति में विशेषकर भाजपा से जुड़ने की अटकलें चल रही हैं। गांगुली से जब पूछा गया कि क्रिकेट प्रशासन के बाद अगला क्या? तो उन्होंने ‘इंडिया टुडे’ से कहा, ‘‘देखते हैं आगे क्या होता है, कैसा मौका आता है, हम इसी से फैसला करेंगे।’’
गांगुली ने कहा कि उनकी जिंदगी काफी हैरानी भरे उतार चढ़ावों से भरी रही है और उन्हें कभी भी पता नहीं होता कि उनके लिये आगे क्या होगा। उन्होंने कहा, ‘‘जब मैं भारतीय कप्तान बना था, तो मुझे इसकी उम्मीद नहीं थी क्योंकि तब सचिन (तेंदुलकर) कप्तानी कर रहे थे। अगर सचिन ने इस्तीफा नहीं दिया होता तो शायद मैं कप्तान नहीं बना होता।’’
मेरी जिंदगी इसी तरह की रही है, कभी भी, कुछ भी..
उन्होंने कहा, ‘‘इसी तरह जब मैं बीसीसीआई अध्यक्ष बना तो मुझे बनने से कुछ मिनट पहले नहीं पता था कि मैं बीसीसीआई अध्यक्ष बनूंगा। मेरी जिंदगी इसी तरह की रही है...इसलिये हम देखेंगे कि क्या होता है।’’ गांगुली ने कहा कि किसी की जिंदगी की विभिन्न चीजों को देखते हुए अवसरों पर विचार करने की जरूरत होती है। उन्होंने कहा, ‘‘अवसर आते हैं और आप कई चीजों से प्रभावित होते हो, आपका परिवार, जीवनशैली, काम, स्वास्थ्य, हम देखेंगे कि क्या होता है।’’
क्या आईपीएल में मैदान पर आएंगे दर्शक?
जब उनसे इंडियन प्रीमियर लीग में दर्शकों को अनुमति नहीं देने के संबंध में सवाल पूछा गया तो उन्होंने कहा कि लीग में दर्शकों को अनुमति देने से काफी ज्यादा बड़ा ‘लाजिस्टिकल’ मुद्दा हो सकता था जो हाल में इंग्लैंड के खिलाफ समाप्त हुई टेस्ट श्रृंखला की तुलना में कहीं ज्यादा मुश्किल होता। बीसीसीआई ने घोषणा की कि मुंबई, कोलकाता, दिल्ली, चेन्नई, बेंगलुरू और अहमदाबाद में दर्शकों को प्रवेश की अनुमति नहीं दी जायेगी और किसी भी फ्रेंचाइजी के लिये कोई घरेलू मैच नहीं होंगे। उन्होंने कहा, ‘‘हमने इसकी योजना अच्छी तरह बनायी और हम इसे टुकड़ों में करेंगे। प्रत्येक टीम के लिये अधिकतम तीन चार्टर्ड उड़ानें होंगी। उम्मीद करते हैं कि हम संभाल पायेंगे।’’
दादा ने आगे कहा, ‘‘इंग्लैंड दौरे पर टीमों के लिये केवल दो घरेलू चार्टर्ड उड़ानें थीं।’’ उन्होंने कहा, ‘‘उड़ानें कम हैं लेकिन यह बड़ा टूर्नामेंट है, बीसीसीआई ने दुबई में सफल आयोजन किया, उम्मीद है कि हम इस बार भी ऐसा कर पायेंगे।’’ गांगुली ने हालांकि कुछ नहीं बताया कि बीसीसीआई आईपीएल के लिये कब दर्शकों को अनुमति देने पर विचार कर रहा है। उन्होंने कहा, ‘‘अभी नहीं जानते, यह परिस्थितियों पर निर्भर करता है। दुबई में भी ऐसा ही था।’’
उन्होंने कहा, ‘‘यह द्विपक्षीय श्रृंखला से थोड़ा अलग होता है। अगर आप आईपीएल में दर्शकों को अनुमति देते हैं तो वे स्टेडियम के बाहर अभ्यास कर रही टीमों के करीब आने की कोशिश करेंगे इसलिये यह जोखिम भरा हो सकता है।’’