- श्रीलंका के दो 30 साल के खिलाड़ियों ने दो दिन के अंतराल में किया संन्यास का ऐलान
- श्रीलंका क्रिकेट बोर्ड ने संन्यास की इस नई परंपरा पर रोक लगाने के लिए उठाए कड़े कदम
- बोर्ड ने इस संबंध में तीन नए और कड़े नियम तत्काल प्रभाव से किए लागू
कोलंबो: श्रीलंका के दो मौजूदा क्रिकेट खिलाड़ियों भानुका राजपक्षे और धनुष्का गुणाथिलका ने कुछ दिन के अंतराल में संन्यास का ऐलान कर दिया। खिलाड़ियों के संन्यास के निर्णय ने श्रीलंका क्रिकेट बोर्ड को परेशानी में डाल दिया। इन दोनों खिलाड़ियों के संन्यास के निर्णय पर संज्ञान लेते हुए श्रीलंका क्रिकेट बोर्ड ने संन्यास के ऐलान के लिए तीन नए और कड़े नियम लागू कर दिए। ये नियम संन्यास ले चुके और भविष्य में खेल को अलविदा कहने की योजना बना रहे खिलाड़ियों पर लागू होंगे।
श्रीलंका क्रिकेट ऐसे भी खराब दौर से गुजर रहा है दिग्गज खिलाड़ियों के संन्यास के बाद एक मजबूत टीम नहीं खड़ी हो पा रही है। चोट के साथ-साथ खिलाड़ियों के संन्यास ने ऐलान बोर्ड के अरमानों और योजनाओं पर पानी फेर रहे हैं। ऐसे में बोर्ड ने भविष्य में संन्यास की योजना बना रहे या संन्यास का ऐलान कर चुके खिलाड़ियों के लिए तीन नियमों का ऐलान किया है। ये नियम तत्काल प्रभाव से लागू हो गए हैं।
संन्यास के ऐलान के लिए देना होगा नोटिस
इन नियमों के मुताबिक, श्रीलंका के राष्ट्रीय टीम के लिए खेलने वाले खिलाड़ियों को संन्यास के लिए बोर्ड को तीन महीने का नोटिस देना होगा कि वो इस प्रकार की योजना बना रहे हैं। विदेशी टी20 लीग में खेलने के लिए संन्यास की प्रभावी तारीख के बाद छह महीने बाद ही खिलाड़ी बोर्ड से एनओसी हासिल कर सकेंगे। संन्यास का ऐलान कर चुके खिलाड़ियों को लंका प्रीमियर लीग जैसी घरेलू लीग में खेलने के लिए घरेलू क्रिकेट के 80 प्रतिशत मैच खेलने होंगे।
राजपक्षे ने अचानक लिया संन्यास
भानुका राजपक्षे ने श्रीलंका को अपने संन्यास के ऐलान का पत्र अचानक दे दिया। 5 जनवरी को महज 30 साल की उम्र में भानुका राजपक्षे ने अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट को अलविदा कहने का फैसला किया। उन्होंने बोर्ड को जो पत्र दिया है उसमें उन्होंने बताया है कि नो पारिवारिक जिम्मेदारियों के कारण अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट से संन्यास का फैसला कर रहे हैं।
10 साल लंबे इंतजार के बाद मिला राष्ट्रीय टीम में मौका
राजपक्षे साल 2010 में अंडर-19 विश्व कप में श्रीलंका की ओर से सबसे ज्यादा रन बनाने वाले खिलाड़ी रहे थे। लेकिन उन्हें अपने प्रथम श्रेणी करियर के आगाज के बाद श्रीलंका के लिए क्रिकेट खेलने का सपना पूरा करने के लिए 10 साल इंतजार करना पड़ा। साल 2019 का जुलाई में उन्होंने पाकिस्तान दौरे पर अपना टी20 डेब्यू किया था। इसके बाद अक्टूबर में उन्होंने वनडे डेब्यू भी किया था।
गुणाथिलका ने टेस्ट क्रिकेट को कहा अलविदा
वहीं सात जनवरी 2022 को धनुष्का गुणाथिलका ने अपने सीमित ओवर के क्रिकेट पर ध्यान देने के उद्देश्य से टेस्ट क्रिकेट से संन्यास का ऐलान कर दिया। गुणाथिलका पिछले साल इंग्लैंड दौरे पर बायो-बबल तोड़ने के आरोप में एक साल के प्रतिबंध का सामना करने वाले तीन खिलाड़ियों में से एक थे। उनके संन्यास के ऐलान से ठीक पहले बोर्ड ने तीनों खिलाड़ियों पर लगे प्रतिबंध को खत्म करने का फैसला किया था।