- सेमीफाइनल की दौड़ से बाहर हो चुका है श्रीलंका
- वेस्टइंडीज की बची है सेमीफाइनल में पहुंचने की धूमिल आस
- श्रीलंका के खिलाफ बड़ी जीत खोल सकती है डिफेंडिंग टीम के लिए रास्ते
अबूधाबी: मौजूदा चैंपियन वेस्टइंडीज को अगर टी20 विश्व कप के सेमीफाइनल में पहुंचने की अपनी धुंधली उम्मीदों को बरकरार रखना है तो उसको बल्लेबाजी की अपनी कमजोरियों को दूर करके श्रीलंका के खिलाफ गुरुवार को खेले जाने वाले मैच में बड़ी जीत दर्ज करनी होगी। पहले दो मैचों में हार के बाद वेस्टइंडीज ने बांग्लादेश के खिलाफ तीन रन की करीबी जीत से अपनी उम्मीदें जीवंत रखी। दो बार के चैंपियन की सेमीफाइनल में पहुंचने की उम्मीदें बेहद धूमिल हैं लेकिन उसे अभी दौड़ से बाहर नहीं किया जा सकता है।
उसे सेमीफाइनल में पहुंचने के लिये न सिर्फ अगले दोनों मैच में जीत दर्ज करनी होगी बल्कि नेट रन रेट में सुधार के लिये बड़े अंतर से मैच जीतने होंगे। इसके अलावा उसे अन्य मैचों में अपने अनुकूल परिणामों के लिये भी प्रार्थना करनी होगी। वेस्टइंडीज अगर अपने दोनों मैच जीत लेता तथा है इंग्लैंड की टीम दक्षिण अफ्रीका को हरा देती है तो फिर तीन टीमों के समान छह अंक हो सकते हैं और ऐसे में नेट रन रेट काफी मायने रखेगा। ग्रुप एक से इंग्लैंड सेमीफाइनल में अपनी जगह लगभग सुनिश्चित कर चुका है।
दूसरी तरफ 2014 का चैंपियन श्रीलंका ने पिछले तीनों मैच गंवाये हैं और वह सेमीफाइनल की दौड़ से बाहर हो गया है। वह अधिक से अधिक अब चार अंक ही बना सकता है जो कि उसके आगे बढ़ने के लिये पर्याप्त नहीं हैं। वेस्टइंडीज अगर बांग्लादेश के खिलाफ जीत दर्ज कर पाया तो इसका श्रेय उसके आलराउंडर ड्वेन ब्रावो, जेसन होल्डर और आंद्रे रसेल को जाता है जिन्होंने डेथ ओवरों में अच्छी गेंदबाजी की। उसके गेंदबाजों ने दिखाया कि वे अच्छे स्कोर का बचाव करने में सक्षम हैं।
लेकिन वेस्टइंडीज की सबसे बड़ी चिंता उसकी बल्लेबाजी है। उसके बल्लेबाज निरंतर अच्छा प्रदर्शन करने में नाकाम रहे हैं। बांग्लादेश के खिलाफ यदि निकोलस पूरन ने 22 गेंदों पर 40 रन की पारी नहीं खेली होती तो वेस्टइंडीज उस मैच को भी गंवा बैठता। उसके बल्लेबाजों को अब श्रीलंका के स्पिनरों वनिंदु हसरंगा और महीश तीक्ष्णा से निबटने के लिये बेहतर तैयारियों के साथ मैदान पर उतरना होगा।
श्रीलंका के तेज गेंदबाज चमिका करुणारत्ने, दुशमंता चमीरा और लाहिरू कुमारा इंग्लैंड के खिलाफ नहीं चल पाये थे। उन्हें सही स्थानों पर गेंदबाजी करने की जरूरत है।
श्रीलंका के बल्लेबाजों को भी अच्छी शुरुआत का फायदा उठाना होगा। इंग्लैंड के खिलाफ उसके कम से कम छह बल्लेबाजों ने अच्छी शुरुआत की थी लेकिन वे उसे बड़े स्कोर में नहीं बदल पाये थे।
सलामी बल्लेबाज कुसाल परेरा भले ही पिछले मैच में नाकाम रहे थे लेकिन कैरेबियाई गेंदबाजों को उनसे सतर्क रहना होगा। पाथुम निसांका और भानुका राजपक्षे की भूमिका भी अहम होगी। हसरंगा से बल्लेबाजी में भी टीम को अच्छे प्रदर्शन की उम्मीद रहेगी। टीम की पहले मैच में जीत में अहम भूमिका निभाने वाले चरित असलंका और अनुभवी अविष्का फर्नांडो से भी कप्तान दासुन शनाका को अच्छी पारियों की उम्मीद होगी।
दोनों टीमें इस प्रकार हैं :
श्रीलंका: दासुन शनाका (कप्तान), कुसाल जनीथ परेरा, दिनेश चांदीमल, धनंजया डिसिल्वा, पाथुम निसंका, चरित असलंका, अविष्का फर्नांडो, भानुका राजपक्षे, चमिका करुणारत्ने, वानिन्दु हसरंगा, दुष्मंत चमीरा, लाहिरू कुमारा, महीश तीक्ष्णा, अकिला धनंजय, बिनुरा फर्नांडो।
वेस्टइंडीज: कीरोन पोलार्ड (कप्तान), निकोलस पूरण, फैबियन एलेन, ड्वेन ब्रावो, रोस्टन चेज, आंद्रे फ्लेचर, क्रिस गेल, शिमरोन हेटमायर, एविन लुईस, जेसन होल्डर, लिंडल सिमंस, रवि रामपॉल, आंद्रे रसेल, ओशेन थॉमस, हेडन वॉल्श जूनियर।
मैच भारतीय समयानुसार शाम सात बजकर 30 मिनट पर शुरू होगा।