- क्रिकेट इतिहास में आज की तारीख - 7 मई
- 7 मई 1900 को खेला गया यॉर्कशायर बनाम वूस्टरशायर काउंटी क्रिकेट चैंपियनशिप
- देखने लायक है उस तीन दिवसीय मैच का नतीजा और सकोरकार्ड
खेल के मैदान पर किसी भी खिलाड़ी या किसी भी टीम को कभी हल्के में नहीं लेना चाहिए। बेशक मैच की शुरुआत कैसी भी हो, बेशक सब कुछ आपके पक्ष में होता दिख रहा हो लेकिन हल्के में कभी किसी को नहीं लेना चाहिए और खासतौर पर ऐसी टीम को जिसके पीछे एक लंबा इतिहास हो। क्रिकेट के मैदान पर भी ऐसे कई मुकाबले हुए हैं जो इस बात को साबित करते आए हैं। आज की तारीख (7 मई) भी ऐसे ही एक मुकाबले के दिलचस्प अंत की गवाह रही थी। आज 121 साल बाद भी उस मुकाबले की इंग्लैंड में मिसाल दी जाती है।
बात साल 1900 की है। इंग्लैंड की प्रतिष्ठित काउंटी क्रिकेट चैंपियनशिप पर सबकी नजरें आज भी रहती हैं और उन दिनों तो दिलचस्पी सातवें आसमान पर होती थी। हम जिस मुकाबले की बात कर रहे हैं वो ब्रैडफोर्ड में खेला जा रहा था। ये तीन दिवसीय मुकाबला था और आमने-सामने थीं वूस्टरशायर क्लब और यॉर्कशायर की दिग्गज टीम।
पहली पारी, वूस्टरशायर टीम सस्ते में सिमटी
मैच में वूस्टरशायर ने टॉस जीतकर पहले बल्लेबाजी करने का फैसला किया लेकिन यॉर्कशायर के दो गेंदबाजों- विलफ्रेड रोड्स और एस हाइ ने ऐसा कहर बरपाया कि वूस्टरशायर की पूरी टीम महज 43 रन पर सिमट गई। उनकी पूरी टीम में ईजी आर्नोल्ड ने सर्वाधिक 20 रनों की पारी खेली और बाकी कोई भी बल्लेबाज दहाई का आंकड़ा भी पार नहीं कर सका। चार खिलाड़ी शून्य पर आउट हुए। रोड्स और हाइ ने 4-4 विकेट झटके।
यॉर्कशायर जवाब देने उतरी और हुआ उलटफेर
इसके बाद जब यॉर्कशायर की टीम जवाब देने उतरी तो वूस्टरशायर ने उनको हैरान कर दिया। यॉर्कशायर के एक से एक दिग्गज बल्लेबाज आउट होते चले गए और बड़ी बढ़त तो दूर की बात थी, उनकी पूरी टीम 99 रन पर सिमट गई। इस पारी में भी चार बल्लेबाज शून्य पर आउट हुए और सिर्फ चार खिलाड़ी दहाई का आंकड़ा पार कर सके। गेंदबाजों में बेनिस्टर (5/30) और विल्सन (4/25) स्टार बने।
दूसरी पारी खेलने उतरी वूस्टरशायर, देखते-देखते समाप्त
जब वूस्टरशायर की टीम फिर से दूसरी पारी में जवाब देने उतरी तो इस बार विल्फ्रेड रोड्स अलग ही मूड में थे। पहली पारी में उन्होंने 4 विकेट लिए थे लेकिन इस बार तो कमाल ही कर दिया। महज 22.1 ओवर में वूस्टरशायर की पूरी टीम 51 रन पर सिमट गई और इस दौरान विल्फ्रेड रोड्स ने ऐसा कहर बरपाया कि अकेले दम पर विरोधी टीम को ढेर किया। रोड्स ने सिर्फ 20 रन लुटाते हुए 7 विकेट झटके। जबकि हाई ने 3 विकेट लिए। दोनों पारियों में यॉर्कशायर ने सिर्फ इन्हीं दोनों से गेंदबाजी कराई।
नतीजतन 43, 99 और 51 रन की तीन पारियों के बाद यॉर्कशायर ने पारी और 5 रन से मैच जीत लिया। इतना कम स्कोर और खुद भी 99 रन पर सिमटने के बावजूद तीन दिवसीय मैच को पारी के अंतर से जीतना एक बड़ी बात थी और इसीलिए ये मैच आज भी काउंटी क्रिकेट में याद किया जाता है।