- भारत और श्रीलंका के बीच टी20 सीरीज खेली जा रही है
- पहले टी20 में दो भारतीय खिलाड़ियों ने डेब्यू किया
- वीवीएस लक्ष्मण ने मिस्ट्री स्पिनर की तारीफ की है
भारत और श्रीलंका के बीच तीन मैचों की टी20 सीरीज का आगाज हो चुका है। दोनों टीमों ने रविवार को पहला टी20 मुकाबले खेला, जिसे भारत ने 38 रन से अपने नाम कर लिया। इस मैच में भारत की ओर दो खिलाड़ियों- पृथ्वी शॉ और वरुण चक्रवर्ती ने टी20 अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट डेब्यू में किया। सलामी बल्लेबाज शॉ अपने पहले ही मैच में शून्य पर पवेलियन लौट गए वहीं मिस्ट्री स्पिनर चक्रवर्ती ने 28 रन देकर एक विकेट झटका। उन्होंने श्रीलंकाई कप्तान दासुन शनाका को स्टंप आउट किया।
दो बार डेब्यू से चूके स्पिनर वरुण चक्रवर्ती
इंजीनियर से क्रिकेटर बने चक्रवर्ती के पास 2020/21 में ऑस्ट्रेलिया दौरे पर पदार्पण करने का मौका था, लेकिन चोट की वजह से वह चूक गए। इसके बाद वह फिटनेस के मुद्दे के चलते घर में इंग्लैंड के विरुद्ध डेब्यू करने से भी रह गए थे। हालाकि, चक्रवर्ती को इस बार जब श्रीलंका के सामने अवसर मिला तो वह पूरी तैयार थे और भारत के 165 रनों के बचाव करने में अहम भूमिका निभाई। आईपीएल में कोलकाता नाइट राइडर्स (केकेआर) के लिए शानदार गेंदबाजी कर सुर्खियां बटोर वाले चक्रवर्ती कई प्रकार की गेंद डालने के लिए जाने जाते हैं।
लक्ष्मण को वरुण में दिखा 'एक्स-फैक्टर'
भारत के पूर्व दिग्गज बल्लेबाज वीवीएस लक्ष्मण भी चक्रवर्ती की मैच के विभिन्न चरणों में विविधतापूर्ण गेंदबाजी करने की काबलियत से बेहद प्रभावित हैं। उन्होंने दूसरे टी20 से पहले मिस्ट्री स्पिनर की जमकर तारीफ की है। लक्ष्मण का कहना है कि उन्हें चक्रवर्ती में एक्स-फैक्टर दिखाई देता है। लक्ष्मण ने स्टार स्पोर्ट्स के शो गेम प्लान में कहा, 'सबसे पहले, मुझे खुशी है कि उन्हें (वरुण चक्रवर्ती) डेब्यू का मौका मिला। उन्हें दो बार पहले चुना गया था, लेकिन फिटनेस टेस्ट पास नहीं कर पाने के कारण वह टीम का हिस्सा नहीं बन पाए थे। मुझे लगता है कि उनकी गेंदबाजी के रहस्य के बारे में काफी बातें हैं।'
'एक मैच से चमत्कार की उम्मीद न करें'
लक्ष्मण ने कहा, 'मैं सनराइजर्स के बल्लेबाजों के साथ बात कर रहा था और वे सभी चक्रवर्ती की मैच के विभिन्न हिस्सों और चरणों में गेंदबाजी करने की क्षमता से प्रभावित हैं। वह नई गेंद से गेंदबाजी कर सकते हैं। कप्तान और टीम जब कोई साझेदारी तोड़ना चाहें तो वह विकेट ले सकते हैं। इसका मतलब है कि उनके पास एक्स-फैक्टर है।' उन्होंने आगे कहा, 'हम चाहते हैं कि उन्हें अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट का अनुभव मिले और ऐसा करने का एकमात्र तरीका है कि वह खेलें। इसलिए, मुझे यकीन है कि वह वास्तव में इस अवसर को भुनाने का कोई मौका नहीं छोड़ेंगे। एक मैच से चमत्कार की उम्मीद न करें। एक खिलाड़ी में धैर्य और विश्वास दिखाना बहुत महत्वपूर्ण है।