- आईसीसी ने गुरुवार को जारी की ताजा टेस्ट टीम रैंकिंग
- विराट कोहली के नेतृत्व वाली भारतीय टीम वार्षिक अपडेट के बाद बनी नंबर-1
- केन विलियमसन के नेतृत्व वाली न्यूजीलैंड दूसरे स्थान पर रही
दुबई: आईसीसी ने गुरुवार को वार्षिक अपडेट के साथ ताजा टेस्ट टीम रैंकिंग जारी की, जिसमें विश्व टेस्ट चैंपियनशिप की फाइनलिस्ट टीम इंडिया और न्यूजीलैंड क्रमश: पहले व दूसरे स्थान पर काबिज हैं। टीम इंडिया को एक रेटिंग प्वाइंट मिला, जिससे उसके 121 अंक हुए। वहीं न्यूजीलैंड की टीम को दो रेटिंग प्वाइंट मिले, लेकिन वह टीम इंडिया से एक अंक पीछे रही और उसके 120 अंक हुए। आईसीसी ने गुरुवार को जो रैंकिंग जारी की, उसमें 2017-18 के नतीजे हटा दिए गए।
भारत ने पिछले साल ऑस्ट्रेलिया को 2-1, इंग्लैंड को 3-1 से मात दी थी। वहीं न्यूजीलैंड ने वेस्टइंडीज और पाकिस्तान पर 2-0 की जीत दर्ज की थी, जिसके बाद वह टॉप-2 में शामिल हुई। ताजा अपडेट में सभी मैच मई 2020 से 100 प्रतिशत और पिछले दो साल के 50 प्रतिशत की रेटिंग मिलाकर रैंकिंग तैयार की गई, जिसमें इंग्लैंड ने ऑस्ट्रेलिया को पीछे छोड़ते हुए तीसरा स्थान हासिल किया। ऐसा इसलिए क्योंकि 2017-18 में इंग्लैंड को ऑस्ट्रेलिया ने 4-0 से मात दी थी, वो रैंकिंग से हट गई।
पाकिस्तान को तीन अंक का फायदा मिला, जिसके बावजूद वह पांचवें स्थान पर काबिज है। वहीं वेस्टइंडीज ने 2013 के बाद अपना सर्वश्रेष्ठ स्थान हासिल किया। बांग्लादेश को 2-0 और श्रीलंका के साथ इस साल सीरीज 0-0 से ड्रॉ कराने वाली वेस्टइंडीज की टीम आठवें से सीधे छठें स्थान पर पहुंची है। दक्षिण अफ्रीका सातवें स्थान पर है और उसने अपने इतिहास की सबसे निचली रैंकिंग की बराबरी की। वहीं श्रीलंका की टीम आठवें स्थान पर काबिज है।
बांग्लादेश को पांच अंकों का नुकसान हुआ और अब वो 9वें स्थान पर है। वहीं जिंबाब्वे को 8 अंकों का फायदा हुआ, लेकिन वह बांग्लादेश से 9 अंक पीछे और आईसीसी की ताजा रैंकिंग में 10वें स्थान पर काबिज है।
रैंक | टीम | प्वाइंट्स |
1 | भारत | 121 (+1) |
2 | न्यूजीलैंड | 120 (+2) |
3 | इंग्लैंड | 109 (+3) |
4 | ऑस्ट्रेलिया | 108 (-5) |
5 | पाकिस्तान | 94 (+3) |
6 | वेस्टइंडीज | 84 (+3) |
7 | दक्षिण अफ्रीका | 80 (-9) |
8 | श्रीलंका | 78 (-5) |
9 | बांग्लादेश | 46 (-5) |
10 | जिंबाब्वे | 35 (+8) |
नोट: अफगानिस्तान और आयरलैंड को टेस्ट दर्जा प्राप्त है, लेकिन उन्होंने पर्याप्त मैच नहीं खेले, जिससे रैंकिंग्स तालिका के अंक पता चल सकें।