- विराट कोहली ने अपनी फिटनेस को लेकर बातचीत की
- मंयक अग्रवाल के साथ खास बातचीत में बताई कुछ दिलचस्प बातें
- फिट रहने के लिए करते थे मेहनत, मां देखकर होती थीं परेशान
मुंबई, 23 जुलाई: इस समय दुनिया में अगर फिट क्रिकेटर्स की बात करें तो उसमें विराट कोहली का नाम भी शामिल होता है। वो सर्वश्रेष्ठ बल्लेबाज होने के साथ-साथ एक बेहद फिट खिलाड़ी भी हैं और दुनिया के तमाम युवा क्रिकेटर फिटनेस के मामले में भी उनको आदर्श के रूप में देखते हैं। लेकिन एक समय ऐसा भी था जब कोहली इतना फिट नहीं थे। विराट ने बताया है कि वो हमेशा फिट रहने की कोशिश करते हैं लेकिन उनकी मां को कुछ और ही लगता था।
कप्तान विराट कोहली अपनी फिटनेस को लेकर हमेशा सचेत रहे हैं, शरीर को हमेशा उन्होंने शेप में रखने की कोशिश की लेकिन उनकी मां को लगता था कि वह पर्याप्त सेहतमंद नहीं हैं और शायद बीमार पड़ रहे हैं। कोहली ने कहा है कि अपनी मां को यह समझाना वास्तव में कठिन था कि वह बीमार नहीं हैं, बल्कि खेल के लिए अपनी फिटनेस बनाए रखते हैं।
बीसीसीआई ने पोस्ट किया वीडियो
भारतीय टेस्ट सलामी बल्लेबाज मयंक अग्रवाल के साथ ओपन नेट्स विद मयंक नामक एक लाइव चैट शो के दौरान कोहली ने यह बात कही। इस शो का जल्द ही बीसीसीआई टीवी पर प्रसारण किया जाएगा। बीसीसीआई ने ट्विटर पर एक वीडियो पोस्ट किया है, जिसमें कोहली ने कहा, मेरी मां कहती थी कि मैं कमजोर हो रहा हूं। यह एक बहुत ही आम बात है जो कि कोई भी मां कहती है।
मां को समझाना मुश्किल था
विराट कोहली ने कहा, अगर कोई बच्चा चबी नहीं है तो फिर मतलब कोई तो समस्या है या बीमार है वो। हर दूसरे दिन मुझे उन्हें विश्वास दिलाना पड़ता था कि मैं बीमार नहीं हूं। मैं अच्छा खेलने के लिए ऐसा कर रहा हूं। कोहली ने कहा, उन्हें मना पाना इतना मुश्किल था। यह कई बार मजेदार था, लेकिन कई बार कष्टदायक भी होता है क्योंकि आप अगले दिन सुनते हैं कि तू तो बीमार लग रहा है। यह हमेशा बहुत मुश्किल था और खुद को नियंत्रित करना भी बहुत कठिन था। लेकिन, हां अच्छा समय था।
छोले-भटूरे की दीवानगी
कुछ समय पहले विराट कोहली ने 'ब्रेकफास्ट विद चैंपियंस' में अपने इंटरव्यू के दौरान बयां किया था कि खाने में उनकी पसंदीदा चीज क्या रही है। विराट ने बताया था कि उन्हें छोले-भटूरे बहुत अच्छे लगते हैं लेकिन अब उनको वो खाए काफी समय हो चुका है और अब वो उसको खा भी नहीं सकते। विराट ने अपने दिल्ली के दिनों को याद करते हुए बताया था कि वो कैसे अपनी पसंदीदा दुकान पर जाकर गर्म छोले-भटूरे खाने के लिए हमेशा उत्सुक रहते थे।