- विराट कोहली भारत और ऑस्ट्रेलिया के बीच पहले टेस्ट के बाद घर लौटेंगे
- कोहली ने पैतृक अवकाश लिया है, वह अपने पहले बच्चे के जन्म के लिए घर लौटेंगे
- विराट कोहली की गैरमौजूदगी में रहाणे या रोहित शर्मा टीम की कमान संभालेंगे
नई दिल्ली: भारतीय कप्तान विराट कोहली ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ पहले टेस्ट के बाद अपने पहले बच्चे के स्वागत के लिए भारत लौट आएंगे। जहां कई ऑस्ट्रेलियाई दिग्गजों का मानना है कि विराट कोहली की कमी से मेजबान टीम को फायदा मिलेगा, वहीं महान भारतीय बल्लेबाज सुनील गावस्कर का मानना है कि कोहली का नहीं होना भारतीय खिलाड़ियों के लिए बेहतर होगा। कोहली भारत लौटने से पहले वनडे और टी20 इंटरनेशनल सीरीज पूरी खेलेंगे और फिर पहले टेस्ट में हिस्सा लेंगे। कोहली की पत्नी अनुष्का शर्मा जनवरी में पहले बच्चे को जन्म देने वाली हैं। भारतीय कप्तान ने ऐसे में क्रिकेट ड्यूटी से पैतृक अवकाश लिया है।
इसमें कोई संदेह नहीं कि विराट कोहली की गैरमौजूदगी से भारतीय टीम को जोरदार झटका लगेगा, लेकिन गावस्कर का मानना है कि 32 वर्षीय कोहली के नहीं होने से अन्य खिलाड़ियों को अपना स्तर बढ़ाने का मौका मिलेगा और इतिहास गवाह है कि ऐसा हमेशा हुआ है। गावस्कर ने टीओआई से कहा, 'अगर आप देखें तो जब विराट कोहली टीम के साथ नहीं हो तो भारत हमेशा जीता है। चाहे धर्मशाला हो या फिर अफगानिस्तान टेस्ट। निदाहास ट्रॉफी से लेकर एशिया कप तक। जब विराट कोहली टीम के साथ नहीं हो तो भारतीय खिलाड़ियों को अपने खेल का स्तर बढ़ाना पड़ता है। उन्हें समझ आता है कि कोहली की गैरमौजूदगी को भरना है।'
पुजारा-रहाणे के सामने बड़ी चुनौती
इससे पहले सुनील गावस्कर कह चुके हैं कि अजिंक्य रहाणे और चेतेश्वर पुजारा के लिए आगामी चुनौती बड़ी है और वह अपने प्रदर्शन में सुधार कर सकते हैं। गावस्कर ने कहा था, 'रहाणे और पुजारा के लिए आगे कड़ी चुनौती रहने वाली है। दोनों ही खिलाड़ियों को अपना पूरा जोर लगाना होगा। कप्तानी से रहाणे को मदद मिलेगी। वह खुद को ज्यादा सुरक्षित महसूस करेंगे और स्थिति पर नियंत्रण पा सकेंगे। चयनकर्ता समिति स्पष्ट है कि विराट कोहली की गैरमौजूदगी में कौन टीम की कमान संभालेगी और रहाणे ने टेस्ट कप्तान के रूप में अच्छा काम किया है।'
महान बल्लेबाज ने साथ ही कहा कि पुजारा को अपने खेलने की स्टाइल में किसी प्रकार का बदलाव नहीं लाना चाहिए। वीरेंद्र सहवाग का उदाहरण देते हुए गावस्कर ने कहा कि पुजारा को जैसे बल्लेबाजी करना है, उन्हें करने दीजिए। उनके ईर्द-गिर्द खेल रहे खिलाड़ियों को अच्छी गति के साथ रन बनाना चाहिए। गावस्कर ने कहा, 'पुजारा को अपना सर्वश्रेष्ठ खेलने देना चाहिए। वो उसी की बदौलत यहां हैं। आप खिलाड़ी की नैसर्गिक प्रतिभा से छेड़छाड़ नहीं कर सकते। आप कभी सहवाग को नहीं कह सकते थे कि कैसे खेलना है। पुजारा को नहीं बोलना चाहिए कि रन कैसे बनाने हैं क्योंकि वह रन और शतक बनाकर आपको दे रहे हैं।'
गावस्कर ने आगे कहा, 'अगर पुजारा अकेले हो तो उन पर दबाव नहीं डालना चाहिए, यही चीज भारत के पक्ष में काम करेगी। वह काफी कड़क हैं और अन्य लोग शॉट खेलकर रन बना सकते हैं।' भारत और ऑस्ट्रेलिया के बीच 17 दिसंबर से चार मैचों की टेस्ट सीरीज की शुरूआत होगी। पहला टेस्ट एडिलेड में गुलाबी गेंद से खेला जाएगा।