- भारतीय प्लेइंग-11 से एक बार फिर नदारद है 'चाइनामैन'
- कुलदीप यादव को लेकर वसीम जाफर ने दिया खास बयान
- जाफर ने अपना दुख जताते हुए उन्हें हौसला रखने को कहा
अगर किसी का हुनर सबसे अनोखा हो और उसको फिर भी बार-बार नजरअंदाज किया जाए तो बुरा लगना स्वभाविक है। ऐसा ही कुछ भारतीय 'चाइनामैन' गेंदबाज कुलदीप यादव (Kuldeep Yadav) के साथ हो रहा है। उत्तर प्रदेश के कानपुर में क्रिकेट का पाठ सीखते-सीखते अपने अनोखे हुनर के दम पर वो भारतीय टेस्ट टीम में तो आ गए लेकिन कुछ असफलताओं के बाद उनको ऐसा नजरअंदाज किया गया कि दो साल से वो प्लेइंग-11 में शामिल नहीं हो पाए हैं। खुद कुलदीप तो खुलकर इस बारे में नहीं बोल पा रहे हैं लेकिन पूर्व दिग्गज बल्लेबाज वसीम जाफर (Wasim Jaffer) ने जरूर अपने दिल की बात बोल दी है।
कुलदीप ने जनवरी 2019 के बाद से भारत के लिए टेस्ट क्रिकेट नहीं खेला है। वास्तव में, वह भारतीय टीम में एकमात्र खिलाड़ी हैं, जिन्होंने हाल ही में संपन्न बॉर्डर-गावस्कर सीरीज में एक भी मैच नहीं खेला है। उनकी आखिरी टेस्ट उपस्थिति 2018-19 सीजन में भारत के दौरे के दौरान सिडनी क्रिकेट ग्राउंड (एससीजी) में थी जब उन्होंने ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ चौथे और अंतिम टेस्ट में पांच विकेट लिए थे।
वसीम जाफर ने लिखी दिल की बात
टीम इंडिया और मुंबई के पूर्व सलामी बल्लेबाज वसीम जाफर ने कहा है कि वो चाइनामैन गेंदबाज कुलदीप यादव के लिए ''दुख'' महसूस करते हैं, जिन्हें एमए चिदंबरम स्टेडियम में इंग्लैंड के खिलाफ यहां खेले जा रहे पहले टेस्ट मैच के लिए अंतिम एकादश में शामिल नहीं किया गया।
जाफर ने अपने ट्वीट में लिखा, "कुलदीप यादव की मदद नहीं कर सकता, लेकिन उनके लिए दुखी हूं। अगस्त के बाद से वह एक बायो-बबल से दूसरे में यात्रा कर रहे हैं, पर अब तक उन्हें अपनी प्रतिभा दिखाने का मौका नहीं मिला है। लेकिन कुलदीप आपको उम्मीद नहीं खोनी चाहिए। आपने पहले भी ऐसा किया है और मुझे यकीन है कि आपको एक मौका मिलेगा जो आप इसे फिर से करेंगे।''
मैच से पहले कुलदीप ने कहा था कुछ ऐसा
इस 26 वर्षीय चाइनामैन गेंदबाज ने अब तक खेले छह टेस्ट मैचों में 24 विकेट लिए हैं। इंग्लैंड के खिलाफ पहले टेस्ट की शुरूआत से पहले, कुलदीप ने ईएसपीएनक्रिकइन्फो को बताया था कि वह आत्मविश्वास हासिल के लिए एक मैच खेलने को उत्सुक हैं।
कुलदीप ने कहा था, "जब आप नियमित क्रिकेट खेलते हैं, तो आत्मविश्वास अपने आप आ जाता है। अगर मैं पहला मैच खेलता हूं, तो मैं अगला मैच खेलने के लिए बेहतर स्थिति में रहूंगा। मानसिक रूप से मैंने खुद को बहुत आराम दिया है। मेरे आत्मविश्वास का स्तर चरम पर रहेगा।"