- निक कॉम्पटन ने कहा कि 2012 में उन्होंने विराट कोहली की एक्स गर्लफ्रेंड के बारे में तंज कसे थे
- उन्होंने कहा कि कोहली ने इस बारे में कुछ शब्द कहे थे जब वो बल्लेबाजी करने आए थे
- इंग्लैंड के खिलाड़ियों ने इसकी कोशिश करके कोहली को जल्दी आउट करने की योजना बनाई थी
लंदन: क्रिकेट भले ही 'भद्रजनों का खेल' कहलाए, लेकिन यह खिलाड़ियों को दिमागी खेल खेलने से नहीं रोक पाता। खिलाड़ियों विरोधियों के सिर में इस कदर हावी होना चाहते हैं कि प्रतिस्पर्धी फायदा उठा सके। इंग्लैंड के पूर्व बल्लेबाज निक कॉम्पटन ने खुलासा किया कि कैसे 2012 में इंग्लैंड के भारत दौरे पर उन्होंने पूरी सीरीज में विराट कोहली को स्लेजिंग की। कॉम्पटन ने बताया कि वह पूरे समय कोहली की एक्स-गर्लफ्रेंड के बारे में बात करते रहे।
कॉम्पटन ने कहा कि सीरीज से पहले रात के समय में कोहली की एक्स-गर्लफ्रेंड से मिले थे। तब कोहली कप्तान नहीं थे। कोहली इस बारे में कुछ कहना नहीं चाहते थे। जब निक कॉम्पटन बल्लेबाजी करने आए तब कोहली ने थोड़ी स्लेजिंग की थी। मगर यह कोहली के पक्ष में काम नहीं किया क्योंकि इंग्लिश खिलाड़ी उन पर हावी हो गए और खूब परेशान किया।
विराट कोहली को कर दिया परेशान
निक कॉम्पटन ने एजेस एडं स्लेजेस पॉडकास्ट में कहा, 'मुझे सीरीज के दौरान विराट कोहली से कुछ शब्द सुनने को मिले थे। मेरे ख्याल से सीरीज से पहले मैं उनकी एक्स-गर्लफ्रेंड से मिला था। उस शाम को मैं केविन पीटरसन और युवराज सिंह के साथ था। हम सबके साथ वहां वो थी। मैंने उनसे बातें की। मुझे पता लगा कि मेरा उनसे बात करना कोहली को रास नहीं आया। मेरे ख्याल से मेरे बल्लेबाजी पर जाने से पहले उन्होंने मुझसे कुछ कहा था।'
पूर्व इंग्लिश ओपनर ने आगे कहा, 'यह कभी-कभी बड़ा मजेदार होता है। मेरे ख्याल से इंग्लैंड के खिलाड़ियों ने इस बात को समझ लिया था। हम कोहली के दिमाग पर हावी होने के लिए उन्हें एक्स-गर्लफ्रेंड के नाम पर स्लेजिंग करते। मगर आप जानते हैं कि वो विश्व स्तरीय खिलाड़ी हैं और आखिरी मैच में दमदार वापसी करके शानदार शतक जमाया। इसके बाद वह मजबूती से अपने करियर में आगे बढ़े।'
इंग्लैंड जीता था सीरीज
निक कॉम्पटन ने कहा, 'हमने पूरी सीरीज के दौरान इस बात पर खूब मजाक किया और यह ऐसी चीज है, जो मुझे हंसा देती है। मगर अच्छी बात यह थी कि ये सब अच्छे लहजे में किया गया था।' बता दें कि इंग्लैंड ने यह सीरीज 2-1 से जीती थी। एलिस्टर कुक ने चार मैचों की सीरीज में तीन शतक जमाए थे और केविन पीटरसन ने भी उम्दा प्रदर्शन किया था।