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विराट कोहली विवाद पर आखिर क्‍यों चुप रहे बीसीसीआई अध्‍यक्ष सौरव गांगुली? जानिए अंदर की बात

Updated Dec 17, 2021 | 10:08 IST

Sourav Ganguly response on Virat Kohli's comment: विराट कोहली की विस्‍फोटक प्रेस कांफ्रेंस के बाद सौरव गांगुली ने मीडिया से बातचीत में कहा कि मैं कोई टिप्‍पणी नहीं करूंगा। बीसीसीआई इस मामले से निपटेगा।

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विराट कोहली और सौरव गांगुली
मुख्य बातें
  • सौरव गांगुली ने विराट कोहली प्रेस कांफ्रेंस विवाद पर टिप्‍पणी करने से किया इंकार
  • गांगुली ने मीडिया से कहा कि बीसीसीआई इस स्थिति से निपटेगा
  • बोर्ड ने दक्षिण अफ्रीका सीरीज को ध्‍यान रखते हुए कुछ नहीं कहने का फैसला किया

नई दिल्‍ली: 'बीसीसीआई इस मामले से निपटेगा', यही वो शब्‍द थे, जो बीसीसीआई अध्‍यक्ष सौरव गांगुली ने कहे थे, जब मीडिया ने उनसे विराट कोहली की प्रेस कांफ्रेंस पर प्रतिक्रिया मांगी थी। कई लोगों को उम्‍मीद थी कि बीसीसीआई या तो प्रेस विज्ञप्ति या फिर प्रेस कांफ्रेंस करके भारतीय टेस्‍ट कप्‍तान के बयान को स्‍पष्‍ट करेगा। मगर गांगुली ने जोर दिया कि मामले को आंतरिक रूप से संभाला जाएगा। भले ही वनडे कप्‍तानी में बदलाव मामले पर सवालों के जवाब अब तक नहीं मिले हो, बीसीसीआई ने विशेषकर दक्षिण अफ्रीका सीरीज को ध्‍यान में रखते हुए सार्वजनिक बयान देने से इंकार किया।

गांगुली जब अपने गृहनगर पहुंचे तो उनसे मीडिया ने बातचीत करने की कोशिश की। तब बीसीसीआई अध्‍यक्ष ने कहा, 'कोई बयान नहीं। कोई प्रेस कांफ्रेंस नहीं। हम इससे निपटेंगे। इसे बीसीसीआई पर छोड़ दीजिए।' पीटीआई में रिपोर्ट के मुताबिक, बोर्ड अध्‍यक्ष सौरव गांगुली और सचिव जय शाह ने बुधवार को बीसीसीआई के अन्‍य वरिष्‍ठ सदस्‍य से जूम कॉल पर बातचीत की। प्रेस कांफ्रेंस में कोहली द्वारा दिए गए बयान पर गहन विचार हुआ, लेकिन अंत में यह फैसला लिया गया कि कोई प्रेस विज्ञप्ति या प्रेस कांफ्रेंस आयोजित नहीं की जाएगी।

यह फैसला आंतरिक रूप से सुलझाने का इसलिए लिया गया ताकि दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ सीरीज पर प्रभाव नहीं पड़े। ऐसे कुछ लोग हैं, जिनका मानना है कि भारतीय टीम टेस्‍ट सीरीज में अच्‍छी मानसिकता के साथ नहीं गई है। इसका कारण पिछले कुछ दिनों में हुए विवाद को बताया जा रहा है। बीसीसीआई को डर था कि एक और मामले पर टिप्‍पणी टीम का ध्‍यान भटका सकती है। बीसीसीआई सूत्र ने पीटीआई से कहा, 'विशेषज्ञ का विचार लिया गया कि संवेदनशील मामले से कैसे निपटना है और इसमें अध्‍यक्ष के ऑफिस की इज्‍जत भी शामिल है। बीसीसीआई को पता है कि टेस्‍ट सीरीज शुरू होने में है और कोई भी खराब बयान या फैसला, टीम पर प्रभाव छोड़ सकता है।'

यह भी जानकारी मिली है कि गांगुली या शाह में से कोई भी विराट के मामले में जल्‍द बयान नहीं देगा। बीसीसीआई प्रोटोकॉल के मुताबिक केंद्रीय अनुबंधित खिलाड़ी को सार्वजनिक रूप से बोर्ड या उसके पदाधिकारियों की आलोचना नहीं करनी चाहिए। चूकि कोहली का बयान प्रेस कांफ्रेंस में सवाल के जवाब में आया तो यह नहीं पता चल सका है कि बयान प्रोटोकॉल के खिलाफ गया या नहीं। कोहली और गांगुली एक ही बयान के अलग-अलग जवाब बता रहे हैं, यहां भारतीय क्रिकेट की सबसे बड़ी हार हो रही है।

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