- भारतीय टीम को दूसरे वनडे में 22 रन की शिकस्त मिली
- भारत की तरफ से रवींद्र जडेजा और नवदीप सैनी ने कीवी गेंदबाजों का डटकर मुकाबला किया
- डेब्यू करने वाले काइल जैमिसन को मैन ऑफ द मैच चुना गया
ऑकलैंड: टीम इंडिया शनिवार को सीरीज में वापसी करने में नाकाम रही। विराट कोहली के नेतृत्व वाली भारतीय टीम को ऑकलैंड में खेले गए दूसरे वनडे में न्यूजीलैंड के हाथों 22 रन की शिकस्त झेलनी पड़ी। न्यूजीलैंड ने पहले बल्लेबाजी की और निर्धारित 50 ओवर में 8 विकेट खोकर 273 रन बनाए। जवाब में भारतीय टीम 48.3 ओवर में 251 रन पर ढेर हो गई। न्यूजीलैंड के लिए डेब्यू करने वाले तेज गेंदबाज काइल जैमिसन को ऑलराउंड प्रदर्शन (25* और 2 विकेट) के लिए मैन ऑफ द मैच चुना गया। इसी के साथ भारतीय टीम तीन मैचों की वनडे सीरीज 0-2 से गंवा चुकी है। सीरीज का तीसरा व अंतिम मुकाबला मंगलवार को माउंट मॉनगनुई में खेला जाएगा।
टीम इंडिया ने इससे पहले पांच मैचों की टी20 इंटरनेशनल सीरीज में कीवी टीम का 5-0 से सफाया किया था। हालांकि, वह अपनी इस लय को वनडे सीरीज में कायम नहीं रख सकी और लगातार दो मुकाबले हार गई। भारतीय टीम को पहले मैच में 4 विकेट की शिकस्त झेलनी पड़ी थी। बहरहाल, भारतीय कप्तान विराट कोहली को इस सीरीज हार का जरा भी गम नहीं है। हमेशा जीतने के लिए खेलने वाले कोहली ने दूसरे वनडे में हार के बाद ऐसा बयान दिया, जिससे स्पष्ट लगा कि उन्हें वनडे सीरीज गंवाने का कोई गम नहीं।
मैच के बाद भारतीय कप्तान विराट कोहली ने कहा, 'दो अच्छे मुकाबले हुए, जो फैंस के लिए बेहतर रहे। हमने जिस तरह मैच की समाप्ति की, उससे मैं काफी प्रभावित हूं। पहले हाफ में हमने चीजें अपने हाथों से फिसलने दी।' बता दें कि न्यूजीलैंड की टीम एक समय 142/1 के स्कोर की सुखद स्थिति में थी। फिर भारतीय टीम ने जोरदार वापसी करके उसका स्कोर 187/7 कर दिया था। यहां से टेलर ने डेब्यू करने वाले जैमिसन के साथ पारी संभाली और मेजबान टीम को सम्मानजनक स्कोर तक पहुंचाया। कोहली ने इसी बात के लिए कहा कि हमने चीजें अपने हाथों से फिसलने दीं।
भारतीय टीम लक्ष्य का पीछा करने उतरी तो उसे नियमित अंतराल में झटके लगते रहे। टीम इंडिया की तरफ से रवींद्र जडेजा (55) और नवदीप सैनी (45) ने उम्दा पारियां खेलते हुए मुकाबला रोमांचक बना दिया। इस बारे में बात करते हुए कप्तान कोहली ने कहा, 'मेरे ख्याल से सैनी और जडेजा ने काफी हिम्मत दिखाई। मैं पहले ही कह चुका हूं कि इस कैलेंडर ईयर में वनडे क्रिकेट का टी20 इंटरनेशनल और टेस्ट की तुलना में ज्यादा महत्व नहीं है।' इससे कोहली ने स्पष्ट कर दिया कि उन्हें सीरीज गंवाने का मलाल नहीं है क्योंकि भारतीय टीम का पूरा ध्यान इस साल टी20 विश्व कप पर लगा है।
मैच के बारे में बात करते हुए कोहली ने कहा, 'इस मैच में हमारे पास मौके आए थे, जिसे बढ़ा सकते थे। हमने जडेजा और सैनी को कोई संदेश नहीं भेजा कि उन्हें कैसे खेलना है। हमें पता नहीं था कि सैनी बल्ले से इतना बेहतर प्रदर्शन कर सकते हैं। हम चाहते थे कि खिलाड़ी अपने आप की परिस्थिति को समझकर खेले। हम अगले मैच में अपनी टीम में जरूर बदलाव करेंगे क्योंकि अब हमारे पास खोने के लिए कुछ नहीं है।'