- अंबाती रायुडू नहीं करते मोबाइल फोन का इस्तेमाल
- हरभजन सिंह के साथ एक इंटरव्यू में हुआ था इस बात का खुलासा
- रायुडू को अगर किसी से बात करना हो तो अपनी पत्नी का मोबाइल इस्तेमाल करते हैं
हैदराबाद: आज मोबाइल फोन किसी के लिए भी सबसे जरुरत की चीज बन चुकी है। अधिकांश काम मोबाइल पर हो जाते हैं। किसी से बात करना हो या फिर सोशल मीडिया पर अपडेट जानना हो, ऐसे में सबसे जरूरी चीज मोबाइल बन जाता है। मगर एक भारतीय क्रिकेटर ऐसा भी है, जो आज भी मोबाइल का उपयोग नहीं करता। जी हां, आपको एकदम सही जानकारी दे रहे हैं। ये भारतीय क्रिकेटर मोबाइल का इस्तेमाल नहीं करता। अगर किसी से बात करनी होती है तो यह क्रिकेटर अपनी बीवी के मोबाइल से बातचीत करता है। टीम इंडिया के अनुभवी ऑफ स्पिनर हरभजन सिंह ने एक चैट शो में इस बात की पुष्टि की थी और बताया था कि वो कौन सा क्रिकेटर है, जो मोबाइल का उपयोग नहीं करता।
मेरे पास नहीं मोबाइल
हम बात कर रहे हैं चेन्नई सुपरकिंग्स के बल्लेबाज अंबाती रायुडू की। पूर्व भारतीय क्रिकेटर ने करीब एक साल पहले हरभजन सिंह को इंटरव्यू दिया था, जिसमें उन्होंने जीवन के कई राज खोले थे। हरभजन सिंह ने इंटरव्यू में कहा था कि रायुडू ऐसा बंदा है, जिसके बारे में पता ही नहीं चलता कि कर क्या रहा है। ये कभी फोन भी नहीं करता। इस पर रायुडू ने मुस्कुराते हुए जवाब दिया था कि पाजी मेरे पास मोबाइल नहीं है।
पत्नी के फोन का करते हैं इस्तेमाल
हरभजन सिंह ने इंटरव्यू में आगे कहा था कि एक बार रायुडू तुमने मुझे फोन किया था, तो वो किसका नंबर था। रायुडू ने फिर बताया कि वह मेरी बीवी का नंबर था पाजी। मुझे कभी जरुरत होती है तो फिर उसके नंबर से लोगों को फोन कर लेता हूं। अंबाती रायुडू के बारे में यह बात जानना बिलकुल अचरज की बात है, लेकिन हरभजन सिंह ने इंटरव्यू में इस बात पर मुहर लगा दी थी।
आईपीएल में बिखेरेंगे जलवा
अंबाती रायुडू ने 2019 विश्व कप में चयन नहीं होने के बाद अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट से संन्यास ले लिया था। मगर बाद में उन्होंने अपना फैसला बदला। रायुडू ने दोबारा घरेलू क्रिकेट खेलना शुरू किया और अभी वो आगामी आईपीएल की तैयारियों में जुटे हुए हैं। बताते चले कि रायुडू को भारत के प्रतिभावान क्रिकेटरों में से एक माना जाता था। माना जाता था कि रायुडू के पास गजब की तकनीक है और कुछ लोगों ने उनकी तुलना महान सचिन तेंदुलकर से भी की थी। मगर रायुडू अनुशासन में कमी और अपने रवैये के कारण कई मामलों में पीछे रह गए। इसके अलावा 2019 विश्व कप से पहले उन्हें नंबर-4 का दावेदार माना जा रहा था, लेकिन फिर उन्हें विश्व कप के लिए चुना ही नहीं गया।