- देवदत्त पडिक्कल ने बताया कि वह क्रिकेट में किसे अपना आदर्श मानते हैं
- देवदत्त पडिक्कल ने अपने पहले आईपीएल में बल्ले से शानदार प्रदर्शन किया
- बाएं हाथ के बल्लेबाज ने 15 मैचों में पांच अर्धशतकों की मदद से 473 रन बनाए
नई दिल्ली: इंडियन प्रीमियर लीग (आईपीएल) के 13वें सीजन के शुरूआती चरण में रॉयल चैलेंजर्स बैंगलोर सबसे प्रभावी टीमों में से एक नजर आई थी। ऐसा लगा कि इस फ्रेंचाइजी का दोबारा जन्म हुआ और एक खास मकसद के साथ टीम मैदान पर उतरी है। लीग के 10 मैचों में आरसीबी ने सात मुकाबले जीते थे और प्लेऑफ में उसकी जगह तय लग रही थी। मगर तभी टीम का प्रदर्शन बेपटरी हुआ और वह बेहद करीबी अंतर से प्लेऑफ में पहुंच पाई।
आरसीबी अंतिम चार में पहुंचने में सफल रही, लेकिन सनराइजर्स हैदराबाद के हाथों एलिमिनेटर में हारकर बाहर हो गई। मगर टीम के लिए सबसे बड़ा सकारात्मक पहलु रहा देवदत्त पडिक्कल का उभरना। पडिक्कल टीम के स्टार परफॉर्मर रहे। आईपीएल 2020 में वो आरसीबी की तरफ से सबसे ज्यादा रन बनाने वाले बल्लेबाज रहे। पडिक्कल की शुरूआत अच्छी नहीं हुई थी, लेकिन उन्होंने अपनी निरंतरता से सभी को प्रभावित किया। आरसीबी के ओपनर ने इस सीजन में 473 रन बनाए और रन बनाने के मामले में कप्तान विराट कोहली से भी आगे रहे।
आप उन पर भरोसा कर सकते हैं: पडिक्कल
हाल ही में एक इंटरव्यू में पडिक्कल ने अपने आईपीएल प्रदर्शन और वह किसे अपना आदर्श मानते हैं, इसके बारे में बातचीत की। पडिक्कल ने इंडिया टुडे से बातचीत में कहा, 'क्या मैंने खुद को आश्चर्यचकित किया? मेरे निजी प्रदर्शन के हिसाब से मुझे पता था कि पहले भी रन बना चुका हूं तो मैं प्रभाव छोड़ सकता हूं। मुझे गौतम गंभीर की बल्लेबाजी देखने में मजा आता था और यह जानकर खुशी होती थी कि जब भी टीम को जरूरत होती थी तो वो प्रदर्शन करके देते थे। जब भी टीम दबाव में हो तो उन पर भरोसा कर सकते हैं। वो मेरे क्रिकेट आदर्शों में से एक हैं।'
पडिक्कल को टूर्नामेंट में आईपीएल इमर्जिंग प्लेयर ऑफ द ईयर के खिताब से सम्मानित किया गया। पता हो कि गंभीर ने 2007 वर्ल्ड टी20 और 2011 विश्व कप के फाइनल में अहम पारियां खेलकर टीम इंडिया को चैंपियन बनाने में मदद की थी। अगर पडिक्कल भी गंभीर के स्तर तक पहुंचते हैं तो भारतीय टीम के लिए यह बड़ी अच्छी बात होगी।