- आईपीएल 2020 में सिर्फ एक टीम का मुख्य कोच है भारतीय
- किंग्स इलेवन पंजाब के कोच हैं पूर्व भारतीय दिग्गज अनिल कुंबले
- अनिल कुंबले ने इसको लेकर उठाए गंभीर सवाल
नई दिल्ली, 8 सितंबर: इंडियन प्रीमियर लीग (आईपीएल) की आठ फ्रेंचाइजी टीमें में एकमात्र भारतीय मुख्य कोच अनिल कुंबले का मानना है कि यह आंकड़ा देश में कोचिंग संसाधनों का ‘सही प्रतिबिंब’ नहीं है। किंग्स इलेवन पंजाब के कोच कुंबले के अलावा आईपील के आगामी सत्र से जुड़े कोचों को देखें तो रिकी पोंटिंग (दिल्ली कैपिटल), ब्रेंडन मैकुलम (कोलकाता नाइट राइडर्स), स्टीफन फ्लेमिंग (चेन्नई सुपरकिंग्स), महेला जयवर्धने (मुंबई इंडियंस), ट्रेवर बेलिस (सनराइजर्स हैदराबाद) साइमन कैटिच (रॉयल चैलेंचर बेंगलोर) और एंड्रयू मैकडोनाल्ड (राजस्थान रॉयल्स) के मुख्य कोच भारतीय नहीं है।
कुंबले ने मंगलवार को एक ऑनलाइन संवाददाता सम्मेलन में कहा, ‘मैं आईपीएल में अधिक भारतीय कोच देखना चाहूंगा। यह भारतीय संसाधनों का सही प्रतिबिंब नहीं है। मैं कई भारतीयों को मुख्य कोच के रूप में आईपीएल में देखना चाहता हूं।’ भारत के इस पूर्व दिग्गज गेंदबाज ने कहा, ‘मुख्य कोच के रूप में सिर्फ एक भारतीय का होना एक विडंबना है। मुझे लगता है कि किसी समय भारतीय कोच की संख्या अधिक होगी।’
क्या है किंग्स इलेवन पंजाब टीम का हाल | KXIP
किंग्स इलेवन पंजाब के बारे में पूछे जाने पर कुंबले ने कहा कि टीम जैव सुरक्षित महौल के कड़े नियमों का पालन करते हुए मानसिक और शारीरिक तौर पर अच्छी स्थिति में है। पिछले दो सत्र की तरह आगामी आईपीएल में 40 साल के गेल को अधिक मौके दिये जाने के बारे में पूछने पर कुंबले ने कहा कि गेल इस सत्र में भी नेतृत्व समूह में शामिह होंगे, जहां उनकी भूमिका काफी महत्वपूर्ण होगी, जैसे शीर्ष क्रम पर बल्लेबाजे के दौरान होती है।
स्टार खिलाड़ियों की अहम भूमिका
गेल के अलावा टीम में ग्लेन मैक्सवेल, क्रिस जॉर्डन, जिमी नीशाम, निकोलस पूरन, मुजीब जदरान, हार्डस विलजोन और साढे आठ करोड़ रूपये की बोली के साथ टीम में शामिल हुए शेल्डन कॉटरेल विदेशी खिलाड़ी है। इनमें से अंतिम 11 में सिर्फ खिलाड़ियों को मैदान पर उतरने का मौका मिलेगा। कुंबले ने कहा, ‘‘हमें अभी भी मुख्य मैदान में परिस्थितियों को देखना होगा क्योंकि हम अभ्यास कर रहे हैं (आईसीसी अकादमी में)। खिलाड़ी के रूप में भी क्रिस (गेल) की प्रमुख भूमिका रहेगी।’’
उन्होंने कहा, ‘‘युवा खिलाड़ी उनके नेतृत्व कौशल और अनुभव से सीखना चाहेंगे। उन्हें हम सिर्फ एक बल्लेबाज के रूप में नहीं देख रहे, वह युवा खिलाड़ियों को विकसित करने में अहम भूमिका में होंगे। मैं चाहता हूं कि वह मेंटरशिप भूमिका में सक्रिय हों।’’