- श्रीलंका ने बीसीसीआई के सामने आईपीएल की मेजबानी का प्रस्ताव रखा है
- श्रीलंका में कोरोना संक्रमण नियंत्रण में है और यहां अबतक कुल 238 मामले आए हैं
- भारत की तुलना में कोराना श्रीलंका में कोरोना का प्रकोप जल्दी खत्म हो जाएगा
नई दिल्ली: आईपीएल गवर्निंग काउंसिल ने गुरुवार को कोरोना वायरस संक्रमण की वजह से उत्पन्न हुई स्थितियों के सामान्य होने तक आईपीएल 2020 को स्थगित करने का फैसला किया। इससे पहले पूर्वनिर्धारित कार्यक्रम के अंतर्गत 29 मार्च को आईपीएल का आगाज होना था लेकिन कोरोना के कारण इसके आयोजन की तारीख को 15 अप्रैल तक आगे बढ़ा दिया गया था। लेकिन भारत सरकार द्वारा लॉकडाउन को 3 मई तक बढ़ाए जाने के बाद बीसीसीआई और गवर्निंग काउंसिल के पास कोई विकल्प नहीं बचा और इसकी तारीखों को आगे बढ़ा दिया गया।
हालांकि बोर्ड ने कहा है कि वो आईपीएल के आयोजन के लिए स्थितियों पर कड़ी नजर रखेगा और समय-समय पर समीक्षा करते हुए अन्य विकल्पों पर भी गौर करेगा। ऐसे में श्रीलंका क्रिकेट बोर्ड ने बीसीसीआई के सामने उनके यहां आईपीएल के आयोजन का प्रस्ताव रखा है। श्रीलंका क्रिकेट बोर्ड के मुखिया शमी सिल्वा ने एक समाचार एजेंसी से बात करते हुए कहा, ऐसा लगता है कि श्रीलंका को भारत से पहले कोरोना संक्रमण से मुक्ति मिल जाएगी। यदि ऐसा होता है तो हम टूर्नामेंट की मेजबानी कर सकते हैं। इस बारे में हम भारतीय क्रिकेट बोर्ड को जल्दी ही लिखित में प्रस्ताव भेजने जा रहे हैं।
भारतीय मीडिया में इस तरह की खबरें आ रही हैं कि बीसीसीआई आईपीएल का आयोजन अपने ही घर में सितंबर अक्टूबर के बीच कराने की योजना बना रहा है। यानी ऑस्ट्रेलिया की मेजबानी में खेले जाने वाले टी20 विश्व कप से ठीक पहले वो ऐसा करना चाहता है। बीसीसीआई को आईपीएल के पूरी तरह रद्द होने से तकरीबन 4 हजार करोड़ रुपये का नुकसान होगा।
आईपीएल का आयोजन नहीं होने से उन 62 खिलाड़ियों को नुकसान होगा जिन्हें टीमों ने दिसंबर में कोलकाता में हुई नीलामी में करोड़ों की कीमत पर खरीदा था। पैट कमिंस इस दौरान 15.5 करोड़ की कीमत के साथ आईपीएल इतिहास के सबसे महंगे खिलाड़ी बने थे। उन्हें केकेआर ने इतनी मोटी कीमत पर अपनी टीम में शामिल किया था। कमिंस आईपीएल में खेलने के लिए बेताब हैं और इतनी मोटी राशि कतई नहीं गंवाना चाहते हैं।
श्रीलंका में कैसा है कोरोना का कहर
सरकारी आंकड़ों के मुताबिक गुरुवार 16 अप्रैल तक श्रीलंका में कोरोना के 238 मामले आए हैं। जिसमें से 65 लोग ठीक हो चुके हैं और 7 लोगों को इसकी वजह से जान गंवानी पड़ी है। कोरोना के सबसे ज्यादा 49 मामले राजधानी कोलंबो में आए हैं। ऐसे में अन्य देशों की तुलना में श्रीलंका में कोराना अपने पांव नहीं पसार सका है और इसके जल्दी ही वहां काबू में आने की संभावना है।