- सुरेश रैना ने एमएस धोनी की पाकिस्तान के खिलाफ रणनीति का खुलासा किया
- रैना ने बताया कि जब धोनी उनके पास आए तो वह सैंडविच खा रहे थे
- धोनी का मास्टर स्ट्रोक काम आया और भारत ने पाकिस्तान को धूल चटाई
नई दिल्ली: भारत और पाकिस्तान के बीच वनडे विश्व कप में अब तक 7 मुकाबले हुए और सभी में टीम इंडिया ने चिर-प्रतिद्वंद्वी टीम को मात देने में सफलता प्राप्त की। 2015 विश्व कप में विराट कोहली के शतक की बदौलत भारत ने पाकिस्तान को मात दी थी। टीम इंडिया के ग्रुप चरण के इस मैच को 76 रन के विशाल अंतर से जीता था। इस मुकाबले में भारत ने एकतरफा अंदाज में जीत दर्ज की थी क्योंकि कोहली के शतक पर सुरेश रैना का अर्धशतक हावी होता दिखा था। पांच साल पहले पाकिस्तान के खिलाफ धासू पारी को याद करते हुए रैना ने अपनी पारी का आधा श्रेय तत्कालीन कप्तान एमएस धोनी को दिया। दरअसल, एमएस धोनी ने रैना को उस मैच में नंबर-4 पर बल्लेबाजी करने का फैसला किया था।
अजिंक्य रहाणे उस विश्व कप में भारत के स्थायी नंबर-4 बल्लेबाज थे। रैना ज्यादातर नंबर-5 पर खेलते थे। मगर पाकिस्तान के खिलाफ रणनीति में बदलाव किया गया था। रैना ने खुलासा किया कि यह धोनी की रणनीति थी, जो रंग लाई थी। उन्होंने कहा कि धोनी अचानक उनके पास जब धवन और कोहली क्रीज पर जमे हुए थे और कप्तान ने रैना से कहा कि पैड पहन लो।
धोनी के फैसले पर कोई सवाल नहीं
रैना ने यू-ट्यूब इंटरव्यू में कहा, 'मैंने कभी धोनी के फैसलों पर सवाल नहीं किए। मुझे याद है कि पाकिस्तान के खिलाफ 2015 विश्व कप के मैच में मैं सैंडविच खा रहा था। 20 ओवर हुए थे कि धोनी अचानक मेरे पास आकर बोले- पैड पहन लो। मैंने अपनी किट पहन ली। विराट कोहली शानदार बल्लेबाजी कर रहे थे और यह शिखर धवन के आउट होने के कुछ ओवर पहले की घटना थी। इसलिए मुझे ऊपर जाने का मौका मिला और कुछ अच्छे स्ट्रोक्स की बदौलत मैं शानदार पारी खेल सका।'
बता दें कि जब रैना नंबर-4 पर बल्लेबाजी करने पहुंचे तब भारत का स्कोर 29.5 ओवर में तीन विकेट पर 162 रन था। बाएं हाथ के बल्लेबाज ने केवल 56 गेंदों में पांच चौके और तीन छक्के की मदद से 74 रन बनाए और कोहली के साथ 110 रन की शतकीय साझेदारी की। रैना ने धोनी के अचानक रणनीति में बदलाव की योजना का खुलासा भी किया।
गॉड गिफ्टेड हैं धोनी
उत्तर प्रदेश के बल्लेबाज ने कहा, 'मैच के बाद जाकर मैंने धोनी से पूछा कि मुझे ऊपर बल्लेबाजी करने के लिए क्यों भेजा था? उन्होंने कहा- मुझे लगा कि तुम लेग स्पिनर के खिलाफ अच्छा खेलोगे, जो उस समय आक्रमण पर था। उन्होंने मेरी बल्लेबाजी की तारीफ भी की। तो मुझे पता चला कि आखिर माही भाई के दिमाग में क्या चल रहा था।' धोनी की रणनीति रंग लाई क्योंकि पाकिस्तान के प्रमुख लेग स्पिनर यासिर शाह उस मैच में विकेट नहीं ले सके।
रैना ने विशेषकर यासिर शाह की गेंदों पर कुछ उम्दा स्ट्रोक्स जमाए। लेग स्पिनर ने 8 ओवर में 60 रन खर्च किए थे। हैरिस सोहेल दूसरे स्पिनर थे, जो भारत के खिलाफ उस मैच में कमाल नहीं कर सके। सोहेल ने 4 ओवर में 26 रन खर्च किए थे। हालांकि, सोहेल खान ने पांच विकेट चटकाए। मगर भारतीय टीम 300 रन का आंकड़ा छूने में कामयाब रही और पाकिस्तान की टीम जवाब में 47 ओवर में 227 रन पर ढेर हो गई।
धोनी की ज्यादा तारीफ करते हुए रैना ने कहा कि माही भाई हमेशा मैच में दो कदम आगे की सोचकर चलते हैं। रैना ने कहा, 'वह हमेशा एक कदम आगे रहते हैं। वह विकेट के पीछे से पूरे मैच पर अलग नजर रखते हैं। वह पिच को भांपते हैं और यह जान जाते हैं कि पिच पर स्पिनर को ज्यादा मदद मिल रही है या तेज गेंदबाज को। धोनी के कुछ ही फैसले गलत होते हैं। मुझे लगता है कि धोनी भगवान का उपहार हैं। जब आईपीएल में मैं गुजरात लायंस का कप्तान बना, तो उन्होंने मुझे कहा कि सलाह लेने के लिए तुम मेरे पास कभी भी आ सकते हो।'
धोनी और रैना इस साल आईपीएल में चेन्नई सुपरकिंग्स के लिए एकसाथ खेलते हुए नजर आने वाले थे। मगर कोरोना वायरस महामारी के कारण आईपीएल 2020 अनिश्चितकालीन के लिए स्थगित कर दिया गया। धोनी और रैना दोनों ही आईपीएल के माध्यम से क्रिकेट एक्शन में वापसी करने वाले थे।