- सुरेश रैना ने टीएनपीएल में कमेंट्री के दौरान कहा- मैं ब्राह्माण हूं
- सुरेश रैना से कमेंटेटर ने पूछा था कि शहर के साथ आपका कितना लंबा रिश्ता है
- सुरेश रैना को अपने बयान के बाद सोशल मीडिया पर जमकर फटकार लगी है
चेन्नई: पूर्व भारतीय बल्लेबाज सुरेश रैना ने सोमवार को तमिलनाडु प्रीमियर लीग में कमेंट्री के दौरान चेन्नई की परंपरा के साथ अपनी उच्च जाति की बराबरी करके विवाद खड़ा कर दिया है। लाइका कोवई किंग्स और सलेम स्पार्टंस के बीच टीएनपीएल के पहले मैच के दौरान सुरेश रैना से कमेंटेटर ने शहर के साथ लंबे रिश्ते के बारे में पूछा। बता दें कि आईपीएल 2008 से सुरेश रैना आईपीएल में चेन्नई सुपरकिंग्स के लिए खेलते हुए आए हैं।
34 साल के रैना ने कहा, 'मेरे ख्याल से मैं भी ब्राह्माण हूं। मैं चेन्नई में 2004 से खेल रहा हूं। मुझे परंपरा से प्यार है। मुझे अपनी टीम के साथियों से प्यार है। मैंने अनिरूद्द श्रीकांत, सुब्रमणयम बद्रीनाथ, लक्ष्मीपति बालाजी के साथ खेला है। सीएसके में हमारा प्रशासन अच्छा है और हम खुलकर अपने आप को अभिव्यक्त कर सकते हैं। मुझे वहां की परंपरा अच्छी लगती है और मैं भाग्यशाली हूं कि सीएसके का हिस्सा हूं।'
सोशल मीडिया पर मचा बवाल
सुरेश रैना की यह बात सोशल मीडिया यूजर्स को बिलकुल पसंद नहीं आई। सोशल मीडिया यूजर्स ने उन्हें खूब लताड़ लगाई। एक यूजर ने लिखा, 'सुरेश रैना आपको अपने आप पर शर्म आना चाहिए। ऐसा लगता है कि आपने कभी असली चेन्नई परंपरा का अनुभव नहीं किया भले ही आपने चेन्नई टीम के लिए कई साल तक खेला।'
सीएसके अधिकारियों ने रैना के बयान पर लगी आग को बुझाने की कोशिश की और किसी प्रकार की टिप्पणी से इंकार किया। सीनियर अधिकारी ने कहा, 'हमें इस पल इस मामले में कुछ भी नहीं कहना है।' 2020 आईपीएल से पहले भी रैना ने विवाद खड़ा किया था जब वह दुबई से निजी कारणों का हवाला देकर लौट आए थे। सीएसके प्रबंधन तब उनसे खुश नहीं था, लेकिन फिर भी 2021 आईपीएल में उन्हें अपने साथ रखा।