- वरुण चक्रवर्ती ने आरसीबी के खिलाफ शानदार गेंदबाजी करके झटके 13 रन देकर 3 विकेट
- लगातार दो गेंदों पर ग्लैन मैक्सवेल और वनिंदु हसरंगा का शिकार करके आरसीबी को धकेला बैकफुट पर
- शानदार प्रदर्शन के बाद वरुण चुने गए मैन ऑफ द मैच, विराट ने की जमकर तारीफ
Virat Kohli Praise Varun chakravarthy after Match against KKR: आगामी टी20 वर्ल्ड कप के लिए भारतीय टीम में शामिल किए गए मिस्ट्री स्पिनर वरुण चक्रवर्ती ने यूएई में पहले ही मैच में शानदार गेंदबाजी करके अपने आलोचकों के मुंह बंद कर दिए। वरुण ने टीम इंडिया के कप्तान विराट कोहली की आरसीबी के खिलाफ मैच में शानदार गेंदबाजी करते हुए महज 13 रन देकर 3 विकेट झटके। उन्होंने अपनी कसी हुई गेंदबाजी के बल पर आरसीबी को बैकफुट पर धकेल दिया। उसके बाद आरसीबी वापसी नहीं कर सकी और 19 ओवर में 92 रन बनाकर ढेर हो गई। इस शानदार प्रदर्शन के लिए वरुण चक्रवर्ती को मैन ऑफ द मैच चुना गया।
विराट बोले वर्ल्ड कप में होगा एक्स फैक्टर
वरुण ने साल 2020 में यूएई में आयोजित आईपीएल के तेरहवें सीजन में शानदार प्रदर्शन किया था। उन्होंने यूएई में एक बार फिर कदम रखते ही इस अंदाज में अपना लोहा मनवाया कि टीम इंडिया के कप्तान विराट कोहली भी उनकी तारीफ करने से खुद को नहीं रोक सके। विराट ने मैच के बाद कहा, वरुण भारत के लिए जब खेलेंगे तो वो एक एक्स फैक्टर के रूप में सामने आ सकते हैं। उनके अलावा और जिन युवा खिलाड़ियों को अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट खेलने का या इस लीग में खेलने का मौका मिला है हम उन्हें भी ऐसा ही प्रदर्शन करते देखना चाहते हैं। जिससे कि भारतीय टीम की बेंच स्ट्रेंथ हमेशा मजबूत बनी रहेगी। वरुण निकट भविष्य में भारत के लिए खेलने जा रहे हैं तो ये अच्छे संकेत हैं।
वरुण चक्रवर्ती ने अपने चार ओवर के स्पैल में 13 रन देकर 3 विकेट झटके और इस दौरान 15 डॉट गेंद फेंकी। चक्रवर्ती ने ग्लैन मैक्सवेल, वनिंदु हसरंगा और सचिन बेबी को अपना शिकार बनाया। मैक्सवेल और हसरंगा के विकेट तो उन्होंने लगातार दो गेंदों में लिए और ऐसा करके आरसीबी के मिडिल ऑर्डर को ध्वस्त कर दिया। इसके बाद आरसीबी वापसी नहीं कर पाई। वरुण ने मैच में एक शानदार कैच लिया और गेंदबाजी के दौरान चपलता दिखाते हुए काइल जैमीसन को रन आउट भी किया।
इसलिए की स्टंप टू स्टंप गेंदबाजी
प्लेयर ऑफ द मैच चुने जाने के बाद चक्रवर्ती ने कहा, 'जब मेरे हाथ में गेंद होती है, तो मैं पिच का आकलन करने की कोशिश करता हूं। आज की पिच सपाट थी, पिच में कोई टर्न नहीं था। ऐसे में पावरप्ले में गेंदबाजों ने सही लाइन पर गेंद डाली उन्हें श्रेय देता हूं। बॉलिंग करते हुए मैं उन गेंदबाजों के लिए मैच सेट करना पसंद करता हूं जो मेरे बाद आते हैं। आज पिच पर ज्यादा स्पिन नहीं थी, इसलिए मुझे स्टंप पर अपनी लाइन रखनी पड़ी।
टीम इंडिया के लिए खेलने के बाद मिली स्वीकार्यता
वरुण से जब ये पूछा गया कि अब आप भारत के लिए खेल चुके हैं तो गेंदबाजी के दौरान आपको विश्वास कहां से मिलता है तो उन्होंने कहा, भारत का प्रतिनिधित्व करने के बाद आस-पास के लोगों से मुझे सेंस ऑफ एक्सेपटेंस (स्वीकार्यता) मिली। मैंने 26 साल की उम्र में क्रिकेट खेलनी शुरू की। बहुत देर से शुरुआत करने के बाद मुझे नहीं पता था कि मैं अच्छा कर पाऊंगा या नहीं। लेकिन अब भारत के लिए खेलने के बाद मुझे बेहतर महसूस हुआ यही आत्मविश्वास बढ़ने की वजह है।'