- विराट कोहली ने बताया कि 3 कोच ने उनके करियर को आकार दिया
- कोहली ने मार्क बाउचर की सलाह का खुलासा किया, जिससे उन्हें काफी मदद मिली
- कोहली ने बताया कि डंकन फ्लेचर के कारण भी उन्हें काफी मदद मिली
नई दिल्ली: टीम इंडिया के कप्तान विराट कोहली ने उन कोचों की तारीफ की है, जिन्होंने उनके करियर को आकार दिया। विराट ने कहा कि इन कोचों ने उनके खेल को अच्छे से समझा और एक बेहतर खिलाड़ी बनाया। कोहली ने पूर्व भारतीय कोच गैरी कर्स्टन के उनके करियर पर प्रभाव के बारे में बताया। दक्षिण अफ्रीका के पूर्व स्टार बल्लेबाज एबी डिविलियर्स के साथ इंस्टाग्राम लाइव सेशन में कोहली ने गैरी कर्स्टन के साथ शुरुआती सत्रों को याद किया जब उन्होंने अपने खेल को लेकर कोच से बात की थी। डिविलियर्स ने भी बताया कि कर्स्टन ने उनके खेल को समझकर किस तरह मदद की थी।
डिविलियर्स ने कहा, 'गैरी कर्स्टन का मेरे साथ एक सेशन हुआ तब मैं 19 साल का था। मैं जिंदगी में कभी नहीं भूल पाउंगा कि उन्होंने मुझे क्या कहा था। इस तरह का प्रभाव एक व्यक्ति का किसी की जिंदगी पर पड़ सकता है।' वहीं कोहली ने कहा, 'मैं कुछ लोगों का नाम ले सकता हूं, जिसके कारण मेरा करियर आगे बढ़ा। गैरी कर्स्टन पहले कोच थे जब मैं भारतीय टीम में आया। उन्होंने मुझे काफी सकारात्मक सलाह दी। मुझे अपने फ्रंट फुट के गिरने की दिक्कत थी और मैं गैरी से इस बारे में बहुत बात करता था। गैरी हमेशा मुझसे कहते थे कि तुम्हारे सिर की पोजीशन अच्छी है, तुम्हें पैड पर गेंद नहीं लगेगी। तो फिर फ्रंट फुट को लेकर चिंतित क्यों हो? सकारात्मक प्रतिक्रिया हमेशा मेरे काम आती है। देखने का नजरिया होना चाहिए बस।'
भूल जाओ अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट
भारतीय कप्तान ने पूर्व दक्षिण अफ्रीकी विकेटकीपर और मौजूदा कोच मार्क बाउचर के साथ सेशन के बारे में बातचीत की और ध्यान दिलाया कि कैसे उन्होंने शॉर्ट गेंद के खिलाफ अपना खेल सुधारने को कहा था। कोहली ने कहा, 'गैरी से पहले आईपीएल में जब मार्क बाउचर आपको मेरे बारे में बताते रहते थे। उन्होंने 2008 में मुझे कहा था कि जब चार साल बाद भारत आउंगा कमेंट्री करने और आप भारत के लिए नहीं खेलते दिखोगे तो मैं दुनिया का सबसे निराश व्यक्ति रहूंगा। वह मुझे नेट्स पर टेनिस बॉल रैकेट से शॉर्ट बॉल और बाउंसर का अभ्यास कराते थे। बाउचर कहते थे, 'अगर आपको अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट खेलना है तो शॉर्ट गेंद खेलना सीख लो, वरना इंटरनेशनल क्रिकेट भूल जाओ।' उनके पास विजन था, जो बहुत विशेष था।'
कोहली ने पूर्व भारतीय कोच डंकन फ्लेचर की तारीफ की और कहा कि उनकी खेल पर बारीक नजर रहती थी। कोहली ने कहा, 'फिर डंकन फ्लेचर थे। उनकी खेल पर बारीक नजर थी। उनके साथ मुझे काफी कुछ सीखने को मिला। उन्होंने मुझे कई चीजें सिखाईं।' उल्लेखनीय है कि कोहली ने मौजूदा टीम इंडिया के हेड कोच रवि शास्त्री का नाम नहीं लिया, जिनके साथ वह लंबे समय से टीम की कप्तानी कर रहे हैं। शास्त्री के नेतृत्व में कोहली की सेना ने बेहतरीन प्रदर्शन किया, लेकिन आईसीसी टूर्नामेंट जीतने में सफल नहीं हुई।