- विराट कोहली की आरसीबी को दूसरे मैच में 97 रन के अंतर से हार का सामना करना पड़ा
- विराट कोहली गुरुवार को हर फ्रंट पर रहे नाकाम
- विराट कोहली ने बताया उनकी कौन सी चूक पड़ गई टीम के लिए भारी
दुबई: सनराइजर्स हैदराबाद के खिलाफ जीत के साथ आईपीएल 2020 का आगाज करने वाले रॉयल चैलेंजर्स बेंगलोर को अपने दूसरे ही मैच में करारी हार का सामना करना पड़ा है। गुरुवार को किंग्स इलेवन पंजाब के खिलाफ विराट कोहली की कप्तानी वाली आरसीबी चारों खाने चित्त हो गई। टॉस जीतने के अलावा भाग्य ने आरसीबी का कहीं साथ नहीं दिया। पिछले मैच में जीत दिलाने वाले गेंदबाज पंजाब के खिलाफ नाकाम रहे और पूरी टीम जीत के लिए मिले 207 रन के लक्ष्य का पीछा करते हुए 17 ओवर में 109 रन पर ढेर हो गई। आरसीबी की पूरी टीम विरोधी कप्तान केएल राहुल के स्कोर (132*) की भी बराबरी नहीं कर सकी।
97 रन के अंतर से करारी हार का सामना करने के बाद आरसीबी के कप्तान विराट कोहली ने कहा, गेंदबाजी के दौरान हम बीच के ओवरों में अच्छी स्थिति में थे। मुझे सामने से टीम का नेतृत्व करना चाहिए था लेकिन मैं ऐसा करने में असफल रहा। मैंने दो कैच केएल राहुल के छोड़े जो टीम को भारी पड़ गए।' राहुल ने कैच छूटने के बाद 49 रन और अपने खाते में जोड़े थे। विराट ने आगे कहा, अगर हम कैच नहीं छोड़ते तो उन्हें 180 रन के आसपास रोक सकते थे लेकिन जब स्कोर 200 रन के पार हो गया तो हमारे ऊपर शुरुआत से ही तेजी से रन बनाने का दबाव आ गया।
कुछ दिन खराब होते हैं उन्हें...
विराट ने फील्डिंग और बैटिंग दोनों में असफल रहने के बाद कहा, कुछ दिन ऐसे होते हैं जब ऐसा होता है। हमें उन्हें स्वीकार कर लेना चाहिए। इससे पहले का मैच हमारे लिए अच्छा रहा था और अब खराब रहा है। अब आगे बढ़ने का समय है। हमें अपनी गलतियों से सबक लेकर आगे बढ़ना होगा। विराट ने एक बार फिर कहा कि मुझे अपनी टीम के लिए खड़ा होन चाहिए था और रन बनाने चाहिए थे।
फिलिप को क्यों किया था प्रमोट
जोशुआ फिलिप को नंबर तीन पर प्रमोट किए जाने के बारे में विराट ने कहा, उसने पश्चिम ऑस्ट्रेलिया के लिए और बिग बिश लीग में टॉप ऑर्डर में बल्लेबाजी की है। उनके करियर का ये शरुआत दौर है, हम ये देखना चाहते हैं कि क्या वो अपनी क्षमता को बढ़ा सकते हैं। हमने सोचा कि बड़े लक्ष्य का पीछा कर रहे हैं तो उसे भी आजमा कर देख लेते हैं ऐसे में बीच के ओवरों में हमें थोड़ी राहत मिलेगी लेकिन हमारी योजना कारगर नहीं हुई। कई बार आप नई कोशिश करते हैं लेकिन वो आपके पक्ष में नहीं जाती हैं।