- भारतीय कप्तान विराट कोहली ने बताया कौन है मैदान पर उनका सबसे अच्छा दोस्त
- कप्तान कोहली के मुताबिक वो कभी अपने अच्छे दोस्त के खिलाफ छींटाकशी नहीं कर सकते
- इंस्टाग्राम पर केविन पीटरसन के साथ चैंटिंग के दौरान कोहली ने किए कई खुलासे
भारतीय क्रिकेट टीम के कप्तान विराट कोहली हमेशा से ही अपने आक्रामक रवैये व अंदाज के लिए जाने जाते रहे हैं। उनके करियर के शुरुआती चरण में वो बेहद आक्रामक थे और उस दौरान कई बार विरोधी खिलाड़ियों से उनकी छींटाकशी या कहासुनी होते भी देखी गई। ऐसा नहीं है कि अब ऐसा नहीं होता, लेकिन कप्तान बनने के बाद कोहली काफी हद तक शांत भी हुई और जिम्मेदारी झलकने लगी। गुरुवार को कप्तान कोहली ने लॉकडाउन के दौरान इंग्लैंड के पूर्व क्रिकेटर केविन पीटरसन के साथ इंस्टाग्राम पर लाइव चैट की और इस दौरान उन्होंने ये भी बताया कि वो किस खिलाड़ी के खिलाफ कभी आक्रामक नहीं होंगे।
टीम इंडिया के कप्तान विराट कोहली ने केविन पीटरसन के साथ चैटिंग के दौरान कई चीजों पर बात की। इनमें से एक थी उनका आक्रामक रवैया। विराट ने इस दौरान बताया कि वो नहीं मानते कि कप्तानी मिलने के बाद उन्हें अपने अंदाज में बदलाव की जरूरत है। उनका मानना है कि जरूरी है कि वो खेल का लुत्फ उठाएं और इसके साथ ही रणनीति पर ज्यादा ध्यान दें।
इस खिलाड़ी के खिलाफ कभी गुस्सा नहीं
विराट कोहली ने हालांकि कहा कि वो अपनी जिंदगी में कभी दक्षिण अफ्रीका के दिग्गज एबी डिविलियर्स के खिलाफ छींटाकशी नहीं करेंगे क्योंकि वो उनका काफी सम्मान करते हैं। विराट ने कहा, ‘आपसी सम्मान के मामले में आईपीएल की बड़ी भूमिका रही है। मैं कभी एबी के साथ ऐसा (छींटाकशी) नहीं कर पाऊंगा। हमारे बीच ऐसी मित्रता है जो इन चीजों से काफी अधिक समय तक बरकरार रहेगी।’
जब गंभीर और कोहली की हुई टक्कर
विराट कोहली की आक्रमकता हमने कई बार मैदान पर देखी है। विरोधी खिलाड़ियों से लेकर फैंस तक, सबको उनके गुस्से का शिकार होना पड़ा है लेकिन एक मौका ऐसा भी आया था जब विरोधी टीम के सीनियर खिलाड़ी से भी उनकी कहासुनी हो गई थी। हम बात कर रहे हैं आईपीएल 2013 की। उस सीजन में जब कोलकाता नाइट राइडर्स और रॉयल चैलेंजर्स बैंगलोर की टीमें आमने-सामने थीं, तब बैंगलोर के कप्तान विराट ने आउट होने के बाद गेंदबाज को कुछ कहा तो केकेआर के कप्तान गौतम गंभीर भड़कते हुए विराट के सामने आ गए और विराट भी बड़बड़ाते हुए उनकी तरफ बढ़ गए। गनीमत रही कि कुछ खिलाड़ियों ने बीच-बचाव करते हुए मामला शांत कराया।
वैसे, विराट कोहली ने एक बार पत्रकारों से बातचीत के दौरान ये साफ कहा था कि अगर किसी खिलाड़ी को लेकर वो खुश नहीं हैं या किसी बात से उन्हें ऐतराज है तो वो उनके चेहरे पर साफ दिखने लगता है। खैर, उम्मीद करते हैं कि उनका आक्रामक रवैया अगर भारतीय टीम के जीत के काम आ रहा है, तो ये हदों के बीच कायम रहे।