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राजस्थान के अलवर में नाबालिग के साथ हुई दरिंदगी मामले में नया मोड़, पुलिस का दावा- मूक-बधिर से रेप की पुष्टि नहीं

Updated Jan 15, 2022 | 10:27 IST

राजस्थान के अलवर मामले में नया मोड़ आ गया है। पुलिस ने दावा किया है कि मूक-बधिर लड़की से अभी दुष्कर्म की पुष्टि नहीं हुई है। आरोपियों की तलाश में जुटी पुलिस ने करीब 300 CCTV खंगाले पर अभी तक उसके हाथ खाली है।

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अलवर रेप केस

राजस्थान पुलिस ने शुक्रवार को बताया कि मंगलवार की रात अलवर में एक ओवरब्रिज पर गंभीर हालत में मिली मानसिक बीमारी से ग्रसित नाबालिग लड़की के साथ दुष्कर्म या अपहरण नहीं किया गया, बल्कि वो खुद ही तिजारा ब्रिज पर पहुंची थी। 16 वर्षीय लड़की को गंभीर हालत में स्थानीय अस्पताल में भर्ती कराया गया और उसी रात उसे इलाज के लिए जयपुर के एक अस्पताल में भर्ती कराया गया। बाद में लड़की की सर्जरी हुई और उसकी हालत अब स्थिर है।

अलवर की पुलिस अधीक्षक, तेजस्वनी गौतम ने कहा कि डॉक्टरों के पैनल ने पुलिस को एक रिपोर्ट सौंपी है, जिसमें उन्होंने कहा है कि चोटें किसी भी हमले का संकेत नहीं है। अब तक, चिकित्सा विशेषज्ञों के तथ्य और तकनीकी जानकारी से पता चलता है कि मामले में रेप की कोई संभावना नहीं है। पुलिस ने लड़की द्वारा उसके गांव से शहर जाने के रास्ते का पता लगा लिया है। 

उन्होंने बताया कि हमने उस ड्राइवर और ऑटो का पता लगाया जिसमें वो 8-10 अन्य यात्रियों के साथ यात्रा कर रही थी। फॉरेंसिक साइंस की टीम ने ऑटो की तलाशी ली तो कुछ भी संदिग्ध नहीं मिला। हमने ड्राइवर से भी पूछताछ की है। अब ऑटो में सवार यात्रियों से पूछताछ की जाएगी। लड़की गांव से करीब 25 किमी का सफर तय कर ऑटो से अलवर सिटी पहुंची थी और वहां से वह पुल की ओर चल पड़ी।

मुख्यमंत्री ने दी प्रतिक्रिया

मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने इस मामले पर ट्वीट कर कहा कि अलवर में विमंदित बालिका के प्रकरण के संबंध में वरिष्ठ पुलिस अधिकारियों, एसपी अलवर व बालिका का इलाज कर रहे वरिष्ठ डॉक्टरों से संपर्क बना हुआ है। डीजी पुलिस को स्वतंत्र एवं निष्पक्ष अनुसंधान कर शीघ्र मामले की तह तक पहुंचने के निर्देश दिए हैं। अलवर एसपी की सहायता के लिए राज्य स्तर से DIG स्तर के अधिकारी के नेतृत्व में अनुंसधान हेतु अलग से टीम भेजी गई है। इस प्रकरण में राजनीतिक दलों द्वारा अनर्गल बयानबाजी नहीं की जानी चाहिए। पुलिस को स्वतंत्र रूप से अनुसंधान शीघ्र पूर्ण करने देना चाहिए। अनुंसधान के नतीजे तक पहुंचने के बाद ही टिप्पणी करना न्यायोचित होगा।



वहीं नागरिक अधिकारों के DIG डॉ. रवि ने कहा कि अभी तक घटना का कोई सबूत नहीं मिला है। हमने उसके घर से फ्लाईओवर के शुरुआती प्वाइंट तक विभिन्न स्थानों पर लगे कई सीसीटीवी की जांच की, जिनमें लड़की ठीक दिख रही है। ऐसी संभावना है कि घटना फ्लाईओवर पर हुई होगी जहां उसने 5-7 मिनट बिताए थे। हम अलग-अलग एंगल से मामले की जांच कर रहे हैं। फिलहाल मैं किसी नतीजे पर नहीं पहुंच सकता। हालांकि, यौन हमले की संभावना कम है।

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SP तेजस्वनी गौतम ने कहा कि लड़की की मेडिकल रिपोर्ट अभी नहीं आई है और पुलिस की कई टीमें मामले की जांच कर रही हैं। एक वीडियो में वह पुल की ओर जाती दिख रही है लेकिन पुल पर कोई कैमरा नहीं है जहां वह व्यथित अवस्था में मिलीं।