बेंगलुरु: कात्रिग्प्पे मेन रोड पर अशोकनगर में एलपीजी सिलेंडर रिफिल को लेकर गरमागरम बहस के बाद 45 वर्षीय एक निर्माणाधीन मजदूर की कथित तौर पर उसकी पत्नी ने गला दबाकर हत्या कर दी। यह घटना हनुमाननगर पुलिस क्षेत्र में सामने आई है, आरोपी की पहचान कालाबुरागी जिले के चित्तपुर की रहने वाली 35 साल की आशा के रूप में हुई, जो अब अपने मृतक पति उमेश के साथ अशोकनगर में एक घर में रहती थी। यह दंपति पिछले 12 वर्षों से शहर में निर्माण मजदूर के रूप में काम कर रहे थे।
पुलिस ने बताया कि उमेश शराब का आदी था उसकी पत्नी आशा ने उन्हें 500 रुपये दिए और एलपीजी सिलेंडर रिफिल कराने को कहा मगर उमेश जो अब मृत है उसने पैसे से शराब खरीदी और लगभग 9 बजे लड़खड़ाती हालत में घर वापस आया।
टाइम्स ऑफ इंडिया की एक रिपोर्ट के मुताबिक पत्नी आशा ने उससे सिलेंडर के बारे में और दिए पैसों के बारे में पूछा, तो उसने गुस्से में आकर लकड़ी के डंडे से हमला कर दिया।
लेकिन आशा अपने पति से लकड़ी के उस डंडे को पकड़ने में कामयाब रही फिर गुस्से में आकर उसे खूब मारा, उमेश बेहोश होकर फर्श पर गिर गया आशा को लगा कि वह शराब के नशे में गिर गया और वो जाकर सो गई, अगले दिन सुहह उसने देखा कि वह उठा नहीं तो उसने पास जाकर देखा तो उमेश में कोई हरकत नहीं था तब देखा गया कि उमेश की मौत हो चुकी थी।
हनुमाननगर पुलिस ने आशा को गिरफ्तार किया और भारतीय दंड संहिता (IPC) की धारा 304 के तहत उसे दर्ज किया। जांच अधिकारी ने कहा कि मामले की जांच चल रही है।