नई दिल्ली : राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली में 200 करोड़ रुपये की ठगी का मामला सामने आया है। बताया जा रहा है कि इसमें एक बैंक अधिकारी भी शामिल रहा, जिसे पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है। पुलिस ने इस मामले में अब तक तीन लोगों को गिरफ्तार किया है। आरोप है कि इन्होंने खुद को कानून मंत्रालय का अधिकारी बताकर महिला से 200 करोड़ रुपये ठग लिए। पुलिस ने शिकायतकर्ता के आरोप पर इस मामले में एफआईआर दर्ज कर लिया है।
मामला पूर्व फोर्टिस हेल्थकेयर प्रमोटर शिवेंद्र मोहन सिंह की पत्नी अदिति सिंह से जुड़ा है। उन्होंने पुलिस को दी शिकायत में कहा है कि बीते साल जून में उन्हें एक फोन कॉल आया था, जिसमें एक शख्स ने खुद को कानून मंत्रालय का अधिकारी बताते हुए उनके पति को जमानत दिलाने में मदद की पेशकश की थी और इसके लिए पैसे की मांग की थी। तब उनके पति जेल में थे। उन्होंने 7 अगस्त को इस मामले में केस दर्ज कराया।
शिवेंद्र मोहन सिंह को मनी लॉड्रिंग के केस में 2019 में गिरफ्तार किया गया था।
जेल से चल रहा था सारा खेल
पुलिस ने गुरुवार को बताया कि अदिति सिंह को पैसे के लिए फोन किए जाने के मामले में जिन तीन लोगों को गिरफ्तार किया गया है, उनमें एक बैंक अधिकारी और उसके दो सहयोगी शामिल है। पुलिस के अनुसार, अदिति सिंह को फोन कॉल करने वाला शख्स निर्वाचन आयोग रिश्वत केस सहित 21 मामलों में आरोपी है। पुलिस के मुताबिक, जिस वक्त उसने कॉल किया था, वह दिल्ली में रोहिणी की एक जेल में बंद था और जेल के भीतर से ही जबरन वसूली का धंधा कर रहा था।
दो अन्य लोगों ने बाहर उसकी मदद की। मामले में पुलिस की जांच आगे बढ़ी तो कनाट प्लेस स्थित एक बैंक मैनेजर द्वारा संदिग्ध तरीके से पैसों के लेन-देन का खुलासा हुआ। इसके बाद मामले में तीन लोगों को गिरफ्तार कर लिया गया। मामले की जांच दिल्ली पुलिस की आर्थिक अपराध शाखा कर रही है। इसमें कुछ जेल अधिकारियों की मिलीभगत की बात भी सामने आ रही है और पुलिस इस पहलू से भी मामले की जांच कर रही है।