नई दिल्ली: इंस्टाग्राम 'बॉयज लॉकर रूम' ग्रुप चैटिंग मामले में दिल्ली पुलिस को अहम कामयाबी मिली है। पुलिस ने ग्रुप एडमिन को पकड़ लिया है। साइबर सेल की जांच में सामने आया कि ब्वॉयज लॉकर रूम ग्रुप का एडमिन नोएडा का लड़का है। इसी लड़के ने ग्रुप बनाने के बाद अन्य लड़कों को जोड़ा था। इसके बाद उसने अपने अलावा कई और लड़कों को ग्रुप एडमिन बना दिया था। पुलिस ने ग्रुप के 27 सदस्यों की पहचान की है। वहीं, 15 सदस्यों को मंगलवार से पूछताछ के लिए अब तक बुलाया जा चुका है। पुलिस ने उनके फोन जब्त कर लिए हैं।
चैटिंग ग्रुप में क्या करते थे लड़के
लड़के ग्रुप में लड़कियों की अश्लील तस्वीरें और वीडियो शेयर करते थे। इतना ही नहीं ग्रुप पर अश्लील चैट के साथ-साथ लड़कियों के गैंगरेप करने की बात भी की जा रही थी। हालांकि, जल्दी ही लड़कों की हरकतों का पर्दाफाश हो गया और दिल्ली पुलिस के साइबर सेल ने एफआईआर दर्ज कर जांच शुरू कर दी। अब तक की जांच में पता चला है कि बॉयज लॉकर रूम ग्रुप में शामिल ज्यादातर सदस्य स्कूल के छात्र हैं। पुलिस का कहना है कि लड़कियों की अश्लील फोटो इनके पास कैसे आईं, यह सवाल अभी अहम बना हुआ है।
कैसे हुआ ग्रुप का पर्दाफाश?
ग्रुप पर हो रही ऐसी खतरनाक चर्चा का खुलासा रविवार को हुआ, जब दक्षिण दिल्ली की एक लड़की ने ग्रुप के स्क्रीन शॉट सोशल मीडिया पर शेयर किए। लड़की द्वारा ग्रुप चैट के बारे में खुलासा करने बाद इस मुद्दे ने सोशल मीडिया पर हड़कंप मचा दिया था। कई ट्विटर और इंस्टाग्राम यूजर्स ने 'बॉयज लॉकर रूम' के स्क्रीनशॉट शेयर किए थे और पुलिस कार्रवाई की मांग की थी। इसके बाद छात्रों ने रविवार को ग्रुप डिएक्टिवेट कर दिया था। दिल्ली महिला आयोग की अध्यक्ष स्वाति मालीवाल ने भी दिल्ली पुलिस को नोटिस भेजकर एक्शन लेने को कहा था।