मेदिनीनगर: झारखंड के पलामू जिले में नावाबाजार थानान्तर्गत रजहरा गांव में एक कूएं से एक महिला और उसके दो बच्चों के शव बरामद होने के मामले में पुलिस ने उसके पति, सास-श्वसुर और जेठ-जेठानी पर दहेज हत्या का मामला दर्ज कर पांचों को शनिवार को गिरफ्तार कर लिया। विश्रामपुर के अनुमंडल पुलिस अधिकारी ने बताया कि पुलिस को गुमराह करने की नीयत से अपनी पत्नी एवं बच्चों की गुमशुदगी की रिपोर्ट दर्ज कराने वाले इस शिक्षक पति को गिरफ्तार कर जब कड़ाई से पूछताछ की गयी तो मामले का खुलासा हुआ कि अपनी पत्नी एवं बच्चों की हत्या स्वयं उसने ही की थी।
उन्होंने बताया कि जांच में पुलिस को पता चला कि राजहरा ग्राम में इस दहेज लोभी शिक्षक आशीष पांडेय ने गुरुवार की रात स्वयं अपनी पत्नी और दो मासूम बच्चों की गला घोंटकर हत्या कर शवों को घर से थोड़ी दूर दो कुओं में फेंक दिया और पुलिस को गुमराह करने के लिए उसी रात नावाबाजार थाने में पत्नी एवं बच्चों की गुमशुदगी की रिपोर्ट दर्ज करा दी।
एक कुएं से पत्नी बेटी बेटे के शवों को बरामद किया गया
हालांकि थानेदार वासुदेव मुंडा ने ग्रामीणों से मिली गुप्त सूचना और शक के आधार पर पति और उसके माता-पिता से जब कड़ाई से पूछताछ की तो सारा भेद खुल गया। आशीष पांडेय की निशानदेही पर शनिवार को रजहारा गांव में एनएच-75 के किनारे एक कुएं से पत्नी सोनी देवी (25) और दूसरे कूएं से बेटी समृद्धि (5) व बेटे समदर्शी (3) के शवों को बरामद कर लिया गया।पुलिस ने तीनों शवों को ग्रामीणों के सहयोग से कूएं से बाहर निकलवाया। सोनी देवी का मायका पलामू में ही पोलपोल के सिंदुरिया गांव में है।
उसके पिता अनूप तिवारी ने दामाद आशीष पांडेय, समधी ब्रजकिशोर पांडेय, समधिन, दामाद के भाई श्रीकांत पांडेय और उसकी पत्नी के विरुद्ध दहेज हत्या का केस दर्ज कराया है।आरोपी आशीष पांडेय नावाबाजार के विमला पांडेय ज्ञान निकेतन स्कूल में शिक्षक है। उसका बड़ा भाई श्रीकात पांडेय शिक्षा विभाग में संकुल साधनसेवी है। पुलिस ने आरोपी पति, सास-ससुर, जेठ-जेठानी को गिरफ्तार कर लिया है।
जमीन-जायदाद में हिस्सा पाने के लिए टीचर अपनी पत्नी को प्रताड़ित करता था
पुलिस ने बताया कि ससुराल से जमीन-जायदाद में हिस्सा पाने के लिए शिक्षक अपनी पत्नी को प्रताड़ित करता था। सोनी देवी के पिता अनूप तिवारी ने बताया कि साल 2014 में बेटी की शादी दान दहेज देकर आशीष पांडेय से कराई थी। शादी के बाद से ही वह उसे प्रताड़ित करता था। वह ससुराल की जमीन-जायदाद में हिस्सा मांगता था और उन लोगों पर दबाव बनाने के लिए बेटी को शारीरिक और मानसिक यातनाएं देता था। बेटी अक्सर शिकायत करती थी लेकिन लोकलाज के कारण पति के सारे जुल्म सह रही थी। दूसरी ओर एसडीपीओ सुजीत कुमार ने बताया कि आरोपी शिक्षक आशीष पांडेय ने पुलिस के सामने अपना अपराध कबूल कर लिया है।