दुमका : झारखंड में दुमका जिले के मुफस्सिल थाना क्षेत्र में एक विवाहिता के साथ मंगलवार की देर शाम 16-17 लोगों द्वारा सामूहिक बलात्कार की घटना की तीन दिनों बाद पुष्टि करते हुए पुलिस ने शुक्रवार को बताया कि इस मामले में एक आरोपी को गिरफ्तार कर लिया गया है।
दुमका के पुलिस अधीक्षक अंबर लकड़ा ने शुक्रवार को संवाददाता सम्मेलन में घटना की पुष्टि की और कहा कि इस घटना को अंजाम देने वालों में से एक आरोपी को गुरुवार की शाम गिरफ्तार कर लिया गया। गिरफ्तार आरोपी का नाम मंगल मोहली उर्फ मामू है जो घासीपुर गांव का रहने वाला है। इससे पूर्व लगातार तीन दिनों तक पुलिस अधीक्षक ने ऐसी किसी घटना से इनकार किया था।
'गिरफ्तार व्यक्ति ही मुख्य अभियुक्त'
पुलिस अधीक्षक ने बताया कि जांच में यह बात सामने आई है कि गिरफ्तार व्यक्ति ही इस घटना का मुख्य अभियुक्त है। उन्होंने बताया कि घटना को अंजाम देने में उसके साथ और 12-13 व्यक्ति ही शामिल थे, जबकि 35 वर्षीय पीड़िता ने स्वयं पुलिस में दर्ज कराई गई प्राथमिकी में 16 से 17 लोगों के शामिल होने का आरोप लगाया था।
लकड़ा ने कहा कि उन्होंने मामले की जांच एवं छापामारी के लिए एक विशेष टीम का गठन किया है जिसके द्वारा मेडिकल तथ्य एवं वैज्ञानिक साक्ष्य एकत्र करने के अलावा अभियुक्तों की गिरफ्तारी हेतु छापेमारी की जा रही है। पीड़िता की मेडिकल जांच कराई गई, जिसकी रिपोर्ट अभी नहीं मिली है।
पति के साथ लौट रही थी महिला जब हुई हैवानियत
उन्होंने बताया कि पीड़ित महिला काठीकुंड थाना क्षेत्र अन्तर्गत एक गांव की रहने वाली है जो दुमका मुफस्सिल थाना क्षेत्र अन्तर्गत अपने मायके आई थी। उन्होंने बताया कि उसके साथ सामूहिक बलात्कार की घटना तब हुई थी जब अपने पति के साथ वह एक हाट से मायके लौट रही थी।
घटना को लेकर मुफस्सिल थाने में महिला की लिखित शिकायत पर 9 दिसम्बर को भा. द. वि. की धारा 376 (डी) 349, 342, 504, 506 के तहत मामला दर्ज किया गया। पुलिस अधीक्षक ने कहा कि घटना को अंजाम देने वाले सभी अभियुक्तों को चिह्नित कर लिया गया है और शेष अभियुक्तों की गिरफ्तारी के लिए छापेमारी जारी है।
इस बीच राष्ट्रीय महिला आयोग ने भी पूरे मामले का स्वतः संज्ञान लेते हुए राज्य के पुलिस महानिदेशक को समयबद्ध ढंग से इसकी जांच कर आयोग को रिपोर्ट भेजने के निर्देश दिये हैं।