लाइव टीवी

बेटे की मौत का ऐसा गम बैठा कि मां-बाप और दोनों बेटियों सहित चारों ने लगा ली फांसी

Updated Feb 22, 2021 | 00:52 IST

Four Members  Committed Suicide: राजस्थान के सीकर जिले में बेटे की मौत से अवसाद में चल रहे परिवार के चार सदस्यों ने फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली, घटना के बाद से इलाके में भारी शोक है।

Loading ...
प्रतीकात्मक फोटो
मुख्य बातें
  • एक ही परिवार के चार सदस्यों ने कथित तौर पर फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली
  • बेटे की मौत के बाद से ही पूरा परिवार अवसाद में था
  • घटनास्थल से पुलिस को एक सुसाइड नोट मिलने की भी बात सामने आ रही है

राजस्थान के सीकर जिले से एक दर्दनाक खबर सामने आई है यहां एक ही परिवार के 4 लोगों ने कथित तौर पर खुदकुशी कर ली, घटना की वजह उनके बेटे की हाल ही में हुई मौत बताई जा रही है।सीकर जिले के उद्योग नगर थाना क्षेत्र में बेटे की मौत से अवसाद में चल रहे एक ही परिवार के चार सदस्यों ने रविवार को कथित तौर पर फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली। 

सीकर के पुलिस अधीक्षक कुंवर राष्ट्रदीप ने बताया कि करीब पांच माह पूर्व अपने बेटे की मौत से अवसाद में चल रहे पुरोहितजी की ढाणी निवासी 45 साल के हनुमान प्रसाद ने रविवार को अपनी पत्नी 40 साल की तारा और दो पुत्रियों 22 साल की पूजा और 20 साल की अनु  के साथ घर में फांसी लगाकर कथित तौर पर आत्महत्या कर ली।

घटना की जानकारी मिलते ही इलाके में सनसनी फैल गई। पुलिस ने बताया कि परिवार, बेटे की मौत के बाद से तनाव में था। घटनास्थल से पुलिस को एक सुसाइड नोट मिलने की भी बात सामने आ रही है।

उन्होंने बताया कि बेटे की मौत के बाद से ही पूरा परिवार अवसाद में था।उन्होंने बताया कि हनुमान प्रसाद के घर में एक सुसाइड नोट मिला है जिसमें प्रसाद ने लिखा है कि, 'बेटे की मौत के बाद से ही हमें जीने का मन नहीं है, हम जीना नहीं चाहते है.. हमारा सहारा सब कुछ वही था।' सिटी सीओ ने बताया कि हमें एक आदमी, उसकी पत्नी और दो बेटियों के शव मिले। पूछताछ में पता चला कि कुछ महीने पहले परिवार के एक सदस्य की मौत हो गई थी। बताया जा रहा है कि उसकी मौत के बाद से परिवार के सदस्य तनाव में थे।

उन्होंने बताया शवों को पोस्टमार्टम के लिये राजकीय चिकित्सालय की मोर्चरी में रखवाया गया है। सोमवार सुबह पोस्टमार्टम करवाया जायेगा। पुलिस ने बताया कि करीब पांच माह हनुमान प्रसाद के जवान बेटे का दिल का दौरा पड़ने से मौत हो गई थी और तभी से पूरा परिवार अवसाद में था।