भारतीय सेना के जवान प्रदीप कुमार को शनिवार यानी 21 मई को पाकिस्तान को सैन्य जानकारी कथित रूप से लीक करने के आरोप में गिरफ्तार किया गया। 24 साल के सैन्यकर्मी को भारतीय सेना से संबंधित जानकारी लीक करने के आरोप में एक पाकिस्तानी महिला ने कथित तौर पर हनीट्रैप में फंसाया था।
जोधपुर में तैनात कुमार फेसबुक के जरिए पाकिस्तानी महिला के संपर्क में आया था। आरोप है कि महिला ने प्रदीप से संपर्क करने के लिए एक हिंदू महिला के रूप में खुद को पेश किया। महिला ने अपनी पहचान मध्य प्रदेश के ग्वालियर की निवासी छदम के रूप में बताई। पाकिस्तानी एजेंट ने कुमार को विश्वास दिलाया कि वह बेंगलुरु में एक कॉर्पोरेट फर्म के लिए काम करती है।
कई महीनों के बाद कुमार कथित तौर पर शादी के बहाने दिल्ली आया और भारतीय सेना से संबंधित गोपनीय दस्तावेज लाया। कथित तौर पर इंटर-सर्विसेज इंटेलिजेंस (ISI) के लिए काम करने वाली पाकिस्तानी महिला को सैन्य और रणनीतिक महत्व से जुड़ी गोपनीय जानकारी की तस्वीरें भेजी गईं।
पुलिस ने कहा कि कुमार और पाकिस्तानी महिला कथित तौर पर छह महीने पहले व्हाट्सएप के जरिए एक-दूसरे के संपर्क में थे। डीजी इंटेलिजेंस उमेश मिश्रा के अनुसार, कुमार ने व्हाट्सएप के जरिए पाक एजेंट के साथ गोपनीय दस्तावेजों की तस्वीरों का आदान-प्रदान किया और अन्य सैनिकों को बलि का बकरा बनाने की कोशिश की गई। कुमार की एक अन्य महिला मित्र भी अपराध में शामिल थी। कुमार को राजस्थान पुलिस ने 18 मई को जासूसी के संदेह में पूछताछ के लिए हिरासत में लिया था और 21 मई को गिरफ्तार कर लिया गया।