चतरा : झारखंड के चतरा जिले के सिमरिया थाना क्षेत्र के दुंदुआ गांव में रविवार को अधिकारियों ने 15 साल की नाबालिग की जबरन हो रही शादी को मंडप में पहुंच कर रुकवा दिया। पुलिस ने इसकी जानकारी दी। पुलिस सूत्रों ने बताया कि विवाह रूकने के बाद किशोरी के परिजनों ने अपने घर में रखने से इनकार कर दिया जिसके बाद उसे चाइल्ड लाइन सेंटर भेज दिया गया है।
सूत्रों ने बताया कि सिमरिया थाना क्षेत्र के दुंदुआ गांव में इस 15 वर्षीया नाबालिग की उसके परिजन जबरन शादी कर रहे थे जिसकी सूचना शादी के दौरान ही किसी ने चाइल्ड लाइन के पदाधिकारियों को दे दी । इसके बाद त्वरित कार्रवाई करते हुए जिला चाइल्ड लाइन के लोग पुलिस के साथ गांव में पहुंचे और उन्होंने इस अवैध शादी को रुकवा दिया।
इससे नाराज परिजनों ने अधिकारियों और पुलिस की इस कार्रवाई पर एतराज करते हुए लड़की को पहले तो बालिग बताया लेकिन जब उसके कागजों की जांच हुई तो पता चला कि वह सिर्फ 15 वर्ष की है। पुलिस ने बताया कि परिजनों को शादी रोकनी पड़ी तो उन्होंने उसे अपने साथ रखने से ही इनकार कर दिया।
चतरा चाइल्ड लाइन सेंटर के टीम लीडर फिल्मन बाखला ने घटना की जानकारी देते हुए बताया कि बच्ची को चतरा चाइल्ड लाइन केन्द्र पर रखा गया है जहां से उसे बाल कल्याण समिति को सौंपने की व्यवस्था की जा रही है। इस बीच पुलिस ने बताया कि बरामद नाबालिग ने स्वीकार किया है कि उसकी शादी घर वाले उसकी इच्छा के विपरीत जबरन कर रहे थे।