मुरादाबाद : एक 22 साल की महिला ने जिले के एक शेल्टर होम पर गंभीर आरोप लगाया है। महिला का आरोप है कि राज्य के नए 'लव जिहाद' कानून के तहत उसके पति के गिरफ्तार होने के बाद उसे नारी निकेतन गृह में रखा गया जहां उसे चिकित्सा सुविधा देने में अनदेखी की गई और इस वजह से उसका गर्भपात हो गया। महिला का आरोप है कि शेल्टर होम में उसे प्रताड़ित भी किया गया। वहीं, महिला के आरोपों को जिला अस्पताल ने गलत बताकर खारिज किया है।
महिला का कहना है कि वह शेल्टर होम में 7-8 दिनों तक रही
महिला का आरोप है कि वह नारी निकेतन में सात से आठ दिनों तक रही। इस दौरान उसके पेट में दर्द होने लगा। महिला का कहना है कि उसने इस बारे में निकेतन के प्रभारी को बताया लेकिन उन्होंने उसे कोई दवा नहीं दी। महिला का आरोप है, 'दवा न मिलने से मेरी हालत खराब होने लगी। इसके बाद मुझे 11 दिसंबर को एक अस्पताल में भर्ती किया कया। मुझे बाद में बताया गया कि मेरा गर्भपात हो गया है।' पीड़िता का कहना है कि 'मुझे इंजेक्शन दिया गया और इसके बाद मेरा रक्त स्राव होने लगा। मैं नहीं जानती कि मुझे किस प्रकार का इंजेक्शन दिया गया।'
गर्भपात के लिए डॉक्टरों को जिम्मेदार ठहराया
मीडिया रिपोर्टों के मुताबिक महिला ने अपने गर्भपात के लिए डॉक्टरों को जिम्मेदार ठहराया है। महिला का कहना है कि इंजेक्शन की वजह से उसका गर्भपात हुआ। वह किसी और के बारे में कुछ नहीं कह सकती। उसने कहा, 'मैं नहीं जानती कि मुझे किस तरह की दवाएं एवं इंजेक्शन दिया गया। मेरे पेट में दर्द हुआ था जिसके बाद मुझे अस्पताल ले जाया गया। मुझे नहीं पता कि मेरे साथ वहां पर क्या हुआ।'
जिला अस्पताल ने आरोपों को नकारा
महिला के आरोपों पर जिला अस्पताल की मेडिकल सुपरिटेंडेंट का कहना है कि रक्त स्राव एवं दर्द रोकने के लिए उसे दवाएं दी गईं। चिकित्सा अधिकारी ने बताया, 'अल्ट्रासाउंट से पता चला कि महिला के पेट में पलने वाले भ्रूण में हृदय की धड़कन नहीं थी। टीवीएस कराने की सलाह दी गई और उसे मेरठ के लिए रेफर किया गया। महिला के रिश्तेदार उसे निजी वाहन में ले जाना चाहते थे। उसने जो आरोप लगाए हैं वे गलत हैं।'
'लव जिहाद' केस में व्यक्ति की हुई गिरफ्तारी
बता दें कि दिसंबर की शुरुआत में मुरादाबाद पुलिस ने नए 'लव जिहाद' कानून के तहत एक व्यक्ति और उसके भाई को गिरफ्तार किया। इस व्यक्ति की पहचान राशिद के रूप में हुई। राशिद ने पांच महीने पहले बिजनौर की 22 साल की एक महिला के साथ देहरादून में शादी की। लड़की देहरादून में पढ़ाई कर रही थी और यहीं पर राशिद की उससे मुलाकात हुई। 'लव जिहाद' का पहला मामला सामने आने के बाद शिकायत पर कार्रवाई करते हुए पुलिस ने राशिद को गिरफ्तार किया जबकि महिला को शेल्टर होम में भेजा गया। बाद में कई मीडिया रिपोर्टों में शेल्टर होम में भेजी गई महिला का गर्भपात कराने का दावा किया गया।