मुंबई: दो बच्चों सहित एक परिवार के चार सदस्य शनिवार को नवी मुंबई के एक फ्लैट में मृत पाए गए। पुलिस को संदेह है कि लगभग एक महीने पहले व्यक्ति ने अपने परिवार को मार डाला और फिर आत्महत्या कर ली। पुलिस ने बताया शनिवार सुबह तलोजा के सेक्टर 9 के पंचानंद इलाके में शिव कॉर्नर हाउसिंग सोसाइटी की पांचवीं मंजिल पर स्थित एक फ्लैट के बेडरूम में 35 साल के नितेश उपाध्याय, उनकी पत्नी बबली देवी (30 साल), बेटे (7 साल) और बेटी (8 साल) के शव पाए गए।
डीसीपी अशोक दुधे ने कहा, 'प्रथम दृष्टया यह आत्महत्या का मामला लग रहा है और लगता है कि गला घोंटने का कारण उनकी मौतें हुई हैं। हम मामले के हर एंगल की जांच कर रहे हैं।'
तलोजा पुलिस स्टेशन के सीनियर इंस्पेक्शर काशीनाथ चव्हाण ने मुंबई मिरर ऑनलाइन को बताया कि यह घटना तब सामने आई जब फ्लैट के मकान मालिक ने बकाया किराए के लिए पिछले डेढ़ महीने से बार-बार नीतेश को फोन किया लेकिन कोई जवाब नहीं मिला।
उन्होंने बताया, 'इसके बाद मकान मालिक सोसाइटी आते हैं। बार-बार खटखटाने पर भी गेट नहीं खुला तो मकान मालिक ने डुप्लिकेट चाबी का उपयोग करके इसे दरवाजा खोला। उन्हें हॉल में कुछ भी नहीं मिला, जबकि बेडरूम का दरवाजा बंद था। फिर मकान मालिक और चौकीदार ने डुप्लीकेट चाबी से बेडरूम का दरवाजा खोला, तो उन्हें बिस्तर पर दो बच्चों और बबली देवी के शव मिले, जबकि नीतेश बेड की चादर से छत के पंखे से लटका पाया गया।'
चव्हाण ने कहा, 'हमें संदेह है कि आदमी ने पहले बच्चों और पत्नी का बेडशीट से गला घोंट दिया और फिर खुद आत्महत्या कर ली। संदेह है कि आत्महत्या कम से कम डेढ़ महीने पहले हुई थी।'
पुलिस को बाद में एक सुसाइड नोट मिला, जिसमें नीतेश ने कथित तौर पर आत्महत्या के लिए किसी को दोषी नहीं ठहराने के लिए कहा। उसने सभी मृतकों का हिंदू संस्कार के अनुसार अंतिम संस्कार करने का अनुरोध किया। नोट में नीतेश ने कहा कि उसके परिवार के सदस्यों को खोजने की कोशिश न करें क्योंकि कोई भी नहीं है।
दिल्ली के रहने वाले ऑनलाइन नीतेश उपाध्याय सितंबर 2019 में ही इस अपार्टमेंट में शिफ्ट हुए थे। माना जा रहा है कि बिजनेस में हो रहा भारी नुकसान इसके पीछे कारण हो सकता है।