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RSS Worker: 'मुर्शिदाबाद आरएसएस कार्यकर्ता ट्रिपल मर्डर मिस्ट्री' मामले में हुआ ये बड़ा खुलासा

Updated Oct 15, 2019 | 13:29 IST | टाइम्स नाउ डिजिटल

Murshidabad Triple Murder: पश्चिम बंगाल मुर्शिदाबाद में RSS कार्यकर्ता और उसकी गर्भवती पत्नी सहित बच्चे की निर्मम हत्या मामले में बड़ा खुलासा हुआ है।

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हत्यारों ने बंधुप्रकाश की गर्भवती पत्नी और आठ साल के बेटे को भी नहीं छोड़ा था और बेहद नृशंसता के साथ उन सभी की हत्या कर दी थी
मुख्य बातें
  • बहुचर्चित मुर्शिदाबाद ट्रिपल मर्डर मामले में पुलिस ने खुलासा कर दिया है
  • मुर्शिदाबाद में विजयदशमी के दिन एक परिवार के तीन लोगों की क्रूरतम तरीके से हत्या कर दी गई थी
  • पुलिस ने मुर्शिदाबाद तिहरे हत्याकांड के मुख्य आरोपी को मंगलवार को गिरफ्तार कर लिया

कोलकाता: पश्चिम बंगाल के बहुचर्चित मुर्शिदाबाद ट्रिपल मर्डर (Murshidabad Triple Murder) मामले में पुलिस ने खुलासा करते हुए इस घटना को सुलझाने का दावा किया है, बताया जा रहा है कि इस मामले के मुख्य आरोपी (Main accused) को भी गिरफ्तार कर लिया गया है, गौरतलब है कि राज्य के मुर्शिदाबाद में विजयदशमी के दिन एक परिवार के तीन लोगों की क्रूरतम तरीके से हत्या कर दी गई थी।

मृतक बंधुप्रकाश पाल प्राइमरी स्कूल में शिक्षक थे और राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ से भी जुड़े थे। हत्यारों ने बंधुप्रकाश की गर्भवती पत्नी और आठ साल के बेटे को भी नहीं छोड़ा था और बेहद नृशंसता के साथ उन सभी की हत्या कर दी थी। पाल और उसके परिवार की हत्या के बाद बंगाल में बीजेपी ने टीएमसी पर जमकर हमला बोला था।

पुलिस ने मुर्शिदाबाद तिहरे हत्याकांड के मुख्य आरोपी को मंगलवार को गिरफ्तार कर लिया। मुर्शिदाबाद के पुलिस अधीक्षक ने बताया कि उत्पल बेहरा को जिले में सागरदीघि के साहापुर इलाके से सुबह गिरफ्तार किया गया,वह पेशे से राजमिस्री का काम करता है।पुलिस ने बताया कि बेहरा ने दो जीवन बीमा पॉलिसी के लिए पाल को धन दिया था।

पुलिस ने कहा, 'हालांकि पाल ने पहली पॉलिसी के लिए रसीद दी थी लेकिन उसने दूसरी पॉलिसी के लिए उसे रसीद नहीं दी। पाल और बेहरा के बीच पिछले कुछ सप्ताह से इस मामले को लेकर विवाद चल रहा था। पाल ने उसका अपमान भी किया था, जिसके बाद बेहरा ने उसकी हत्या करने का फैसला किया।' पुलिस ने दावा किया कि बेहरा ने अपना अपराध स्वीकार कर लिया है।

गौरतलब है कि मृतक बंधु पाल एक प्राथमिक विद्यालय में टीचर थे और काफी समय से संघ से जुड़े हुए थे। विजयदशमी के दिन बंधु करीब सुबह 10 बजे बाजार से लौटे थे और उसके कुछ देर बाद उनके घर से चीखने की आवाज आई थी। पड़ोसियों की मानें तो एक शख्स उनके घर से भागते हुए दिखाई दिया था। तुरंत ही लोग वहां पहुंचे जहां सबके शरीर खून से लथपथ पड़े थे। तुरंत पुलिस को सूचना दी गई थी।