नोएडा : राजधानी दिल्ली से सटे नोएडा से दो लोगों को पुलिस ने गिरफ्तार किया है जो कई सालों से फर्जी आईपीएस और आईएएस बन कर प्रशासन की आंखों में धूल झोंक रहे थे। हैरान करने वाली बात ये है कि पिछले आठ सालों से ये फर्जी सिविल ऑफिसर्स बन कर प्रशासन को धोखा दे रहे थे और किसी को इसकी भनक तक नहीं लगी थी।
पुलिस ने उनके पास से खाकी यूनिफॉर्म, फर्जी पहचान पत्र और आईएएस, आईपीएस के बैज बरामद किए हैं। पुलिस को एक सप्ताह पहले इस बारे में गुप्त सूचना मिली थी। सेक्टर 20 में पुलिस को एक शिकायत मिली थी कि उसे उन आरोपियों की तरफ से बीजेपी नेता के नाम पर धमकियां दी जा रही थी।
शिकायत के आधार पर कार्रवाई करते हुए पुलिस ने सेक्टर 18 पुलिस स्टेशन से उन दोनों को गिरफ्तार किया। आरोपी की पहचान गौरव मिश्रा और आशुतोष राठी के तौर पर हुई है। उस पर पुलिसकर्मियों से जबरन पैसे वसूलने का आरोप है। आरोप है कि वह पुलिसकर्मियों को ट्रांसफर करवाने की धमकी देकर उनसे पैसे ऐंठता था। नोएडा एसएसपी वैभव कृष ने बताया।
गौरव ने बीटेक की पढ़ाई पूरी की है जबकि आशुतोष ने बीकॉम की डिग्री पूरी की है। गौरव के पिता प्रयागराज में चार्टर्ड अकाउंटेंट हैं। पुलिस के मुताबिक ये दोनों पहले भी कई अलग-अलग मामलों में जेल की सजा काट चुके हैं।