लंदन: अफ्रीकी देश को भगवान ने अपार प्राकृतिक संपदा दी लेकिन गरीबी आज भी वहां अपने पांव पसारे पड़ी है। गरीबी और भुखमरी का दक्षिण अफ्रीकी देशों में ये आलम है कि यहां की लड़कियां एक रोटी से भी कीमत से भी कम राशि पर अपने जिस्म का सौदा करने को तैयार हैं। इस तरह की परेशानी की चपेट में लाखों अफ्रीकी हैं।
चार दशक में सबसे भयावह अकाल की वजह से अंगोला में एक 12 साल की लड़की को अपने परिवार का पेट पालने के लिए 40 सेंट यानी 30 रुपये से भी कम में जिश्मफरोशी का काम करना पड़ रहा है।
संयुक्त राष्ट्र की एक रिपोर्ट के मुताबिक लगातार पड़ने वाले आकाल, बाढ़ और आर्थिक तंगी की चपेट में तकरीबन 4.5 करोड़ लोग हैं जिन्हें दाने-दाने के लिए मोहताज होना पड़ रहा है। ऐसे में जिंबाब्वे और अंगोला जैसे देशों में 12 से 17 साल की लड़कियों को जबरन जिस्म फरोशी के धंधे में धकेला जा रहा है। जांबिया, मेडागास्कर, नामीबिया, लेसोथो और एस्वातिनी जैसे देशों में भी ऐसी घटनाएं आम हो गई हैं।
रिपोर्ट के मुताबिक एक लड़की को सेक्स के बदले तकरीबन एक डॉलर( सत्तर रुपये) मुश्किल से मिल पा रहे हैं। इतने पैसे में वो एक किलो बीन्स या दो किलो मक्का खरीद पाती हैं जिससे कि परिवार के लोगों का पेट भरा जा सके।
स्थिति दिन ब दिन भयावह होती जा रही है लेकिन किसी के पास कोई समाधान नहीं है। पिछले एक साल के अंतराल में सेक्स वर्कर के रूप में काम करने वाली लड़कियों की संख्या तकरीबन दोगुनी हो गई है। ऐसी लड़कियों की संख्या कितनी है इस बारे में कोई निश्चित आंकड़ा उपलब्ध नहीं है।
इस भयावह स्थिति की वजह से लड़कियों की पढ़ाई भी बंद हो गई है। पानी की तलाश में जंगलों में लड़कियों के जाती हैं इसलिए अंगोला में बलात्कार और बाल विवाह के मामलों में इजाफा भी हुआ है। लोग लड़कियों की कम उम्र में शादी कर रहे हैं ताकि गरीबी झेल रहे परिवार पर एक और व्यक्ति का पेट भरने का बोझ कम हो सके।