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Swami Nithyananda : नित्यानंद की शिष्या ने बताया हैरान करने वाला अनुभव, बच्चों को भूखा रखकर की जाती थी मारपीट

Updated Nov 21, 2019 | 20:19 IST | टाइम्स नाउ डिजिटल

Nithyananda 2 disciples held: स्वघोषित भगवान नित्यानंद के दो सहयोगियों को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है। उन पर बच्चों को बंधक बनाकर उनके साथ अमानवीय व्यवहार करने का आरोप है।

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तस्वीर साभार:&nbspTwitter
नित्यानंद के 2 शिष्य गिरफ्तार
मुख्य बातें
  • स्वघोषित भगवान स्वामी नित्यानंद के दो महिला सहयोगी गिरफ्तार
  • बच्चों को बंधक बनाकर उनके साथ अमानवीय व्यवहार करने का था आरोप
  • बच्चों से आश्रम में बंधुआ मजदूरी का काम कराया जाता था
  • भागने की कोशिश करने पर जान से मारने की धमकी दी जाती थी

अहमदाबाद : गुजरात के अहमदाबाद की ग्रामीण पुलिस ने बुधवार को स्वघोषित भगवान नित्यानंद के दो साथियों को गिरफ्तार कर लिया है। उनपर बच्चों को आश्रम में अवैध तरीके से बंधक बनाकर रखने का आरोप था। बताया जाता है कि तमिलनाडु के एक पीड़ित परिवार ने उनके खिलाफ पुलिस में शिकायत दर्ज कराई थी उसके तीन दिनों के बाद नित्यानंद के इन दो सहयोगियों को गिरफ्तार कर लिया गया।   

आरोपी हारिणी चेलाप्पन उर्फ मां नित्या प्राणप्रिया नंदा (30 वर्ष) और रिद्धि रविकिरण उर्फ मां नित्या प्रियातत्वा नंदा (24 वर्ष) को पुलिस के द्वारा गिरफ्तार किया गया है। ये दोनों आरोपी मैसूर के बताए जाते हैं, इन दोनों कोअहमदाबाद के दासक्रोई तालुका में हीरापुर में नित्यानंद के आश्रम से गिरफ्तार किया गया।

डीएसपी के टी कमारिया ने बताया कि आश्रम में रह रहे कुछ बच्चों ने उनके खिलाफ शिकायत की थी और सनसनीखेज खुलासा किया था। इसके बाद ही इन्हें गिरफ्तार किया गया। पुलिस के मुताबिक बच्चों ने शिकायत की थी कि उन्हें पुष्पक सिटी के हाउस नंबर 107 में बंधक बनाकर रखा गया है और उन्हें पीटा जाता है साथ ही उन्हें धमकी दी जाती है कि अगर उन्होंने यहां से भागने की कोशिश भी की तो उन्हें जान से मार दिया जाएगा।

तमिलनाडु के एक शख्स ने विवेकानंदनगर थाने में एक शिकायत दर्ज कराई थी जिसमें नित्यानंद के आश्रम में बच्चों के उपर किए जा रहे अत्याचारों की बात सामने आई थी। शिकायत में कहा गया था कि एक 15 वर्षीय लड़की और एक 13 वर्षीय लड़के को आश्रम में अधिकारियों ने जबरन बंधक बनाकर रखा था। 

कमारिया ने बताया कि पुलिस ने आश्रम के कुछ 47 बच्चों के बयान दर्ज किए हैं। बाद में अहमदाबाद रुरल कोर्ट में आश्रम से ही जुड़ी दो महिला सहयोगियों को पेश किया गया जहां पुलिस ने उनसे पूछताछ के लिए 10 दिनों के लिए हिरासत की मांग की, हालांकि कोर्ट ने उन्हें 5 दिनों की हिरासत में लेने का फैसला सुनाया। 

पुलिस ने बताया कि बच्चों से आश्रम में बंधुआ मजदूरी कराई जाती है जो बच्चों के खिलाफ एक बेहद सनसनीखेज अपराध है। अगर बच्चे सही से उनके कहे मुताबिक काम नहीं करते हैं तो उन्हें बुरी तरह पीटा जाता है फिर उन्हें पुष्पक सिटी में बंधक बना दिया जाता है। उन्होंने बताया कि आगे की पूछताछ और जांच के बाद वे मामले में और भी खुलासा कर पाएंगे।  

नित्यानंद के खिलाफ मामला दर्ज, आश्रम में चला सर्च ऑपरेशन 
गुजरात पुलिस ने गुरुवार को बताया कि स्वयंभू बाबा नित्यानंद देश छोड़कर भाग गया है। नित्यानंद के खिलाफ फौजदारी मामला दर्ज है। पुलिस ने बुधवार को अहमदाबाद में अपना आश्रम योगिनी सर्वज्ञपीठम चलाने के लिए बच्चों को कथित तौर पर अगवा करने और उन्हें बंधक बनाकर अनुयायियों से चंदा जुटाने के काम में लगाने के आरोप में स्वयंभू बाबा स्वामी नित्यानंद के खिलाफ एक मामला दर्ज किया था।

अहमदाबाद (ग्रामीण) के पुलिस अधीक्षक एस. वी. असारी ने बताया कि नित्यानंद विदेश भाग गया है और अगर जरूरत पड़ी तो गुजरात पुलिस उचित माध्यम के जरिए उसकी हिरासत हासिल करेगी। नित्यानंद कर्नाटक में उसके खिलाफ बलात्कार का मामला दर्ज होने के बाद ही देश छोड़कर भाग गया था और उसे यहां ढूंढना समय की बर्बादी होगी।

अहमदाबाद डीएसपी ने बताया कि आश्रम का सर्च ऑपरेशन किया गया जहां से 43 टैबलेट, 4 लैपटॉप, पेन ड्राइव और मोबाइल बरामद किए गए हैं। उन्होंने बताया कि हम नित्यानंद की तलाश कर रहे हैं। पहले हम गिरफ्तार आरोपियों से पूछताछ करेंगे फिर सबूत इकट्ठा करेंगे इसके बाद कार्रवाई करेंगे।

नित्यानंद की शिष्या ने लगाए गंभीर आरोप
नित्यानंद की शिष्या ने हैरान करने वाला अनुभव बताया। उसने बताया कि नित्यानंद ने मेरा ब्रेनवॉश किया था। हमें दुनिया के बारे में ऐसी-ऐसी चीजें बताई जाती थी जिस पर हमें यकीन हो जाता था। बच्चों को भूखा रखा जाता था और उन्हें सोने भी नहीं दिया जाता था। उन्हें बाथरुम तक भी जाने की इजाजत नहीं होती थी। 


सबसे बुरी चीज थी कि बच्चे यहां से जाना चाहते थे लेकिन इसके बदले में उन्हें पीटा जाता था और उन्हें जान से मारने की धमकी दी जाती थी। 31 दिसंबर 2017 के दिन गुरुकुल हेड छात्रों के रुम में पहुंचे और उनमें से एक लड़की को दूसरे लड़कियों को मारने को कहा जिसके बाद सभी लड़कियां एक दूसरे को बुरी तरह से मारने पीटने लगी जिसके बाद वे बुरी तरह से चोटिल हो गई थी। इससे भी बुरी बात ये थी कि उन्हें इसके बाद उसी कमरे में बंद करके रखा गया और हर किसी से ये बातें छुपाई गई।