नई दिल्ली : उत्तर प्रदेश के शामली जिले में एक साल के एक मासूम बच्चे की एक कुप्रथा की वजह से बेहद दर्दनाक मौत हो गई। पूरा मामला जानने के बाद आपकी भी रूह कांप जाएगी। दरअसल मामला अंधविश्वास से जुड़ा हुआ है। शामली में एक परिवार ने अपने 1 साल के मासूम बच्चे के गर्दन में धागे से बांधकर उसे उसके झूले (प्रैम) में लटका दिया था।
इसे प्रथा (अंधविश्वास) के जरिए वे उसकी जिंदगी में सौभाग्य लाना चाहते थे। लेकिन ये सौभाग्य आना तो दूर ये उसके लिए एक दुर्भाग्य बन गया और उसकी जान ही चली गई। उसे प्रैम के सहारे गर्दन में धागा बांध कर लटकाया गया था। ऐसा करके परिजन वहां से कहीं दूर हट गए इतने में ही ये दुर्घटना हो गई। बच्चा किसी तरह से वहां से गिर गया और गर्दन में बंधे धागे ने उसकी जान ले ली।
दिल दहला देने वाली ये घटना गुरुवार की है। ये मामला शामली के गढ़ी दौलत गांव का है। उसके माता-पिता उसे कुछ देर के लिए अकेला छोड़ कर छत पर चले आए और इतनी देर में ये घटना हो गई। जब वे वापस लौटकर नीचे आए तो उन्होंने जो देखा उस पर यकीन नहीं आया।
उन्होंने देखा कि उनका बच्चा प्रैम में मृत पड़ा हुआ था और उसके गर्दन पर टाइट धागा लपेटा हुआ था। पेरेंट्स फौरन उसे अस्पताल ले गए जहां पर डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया।
आपको बता दें कि उत्तर प्रदेश में ये प्रथा काफी पौराणिक है जो लोगों के बीच प्रचलित है। इसके तहत बच्चे के गर्दन के चारों तरफ एक काला धागा बांधा जाता है ताकि बुरी नजर से उसे बचाया जा सके।
बच्चे का पिता एक मजदूर है, उसने बताया कि वह झूले में सो रहा था। हमें नहीं पता कि वह कैसे झूले से गिर पड़ा और उससे लटक गया। बताया जाता है कि शामली में ही इसी प्रकार की एक और घटना पिछले साल सामने आई थी।