रायबरेली : उत्तर प्रदेश के रायबरेली में एक जघन्य हत्या के आरोप में एक व्यक्ति को गिरफ्तार किया गया है। उस पर आरोप है कि उसने अपनी 27 वर्षीय प्रेग्नेंट पत्नी की गला दबाकर हत्या की फिर उसके शव को कई टुकड़ों में काटा, उसे पीसा और फिर उसे जलाने के बाद उसे रायबरेली जिले के बाहरी इलाके में दफना दिया।
यह घटना 4 जनवरी की है लेकिन ये मामला मंगलवार को प्रकाश में आया जब पीड़िता उर्मिला की बड़ी बेटी अपने नाना के यहां जाकर इस पूरी वारदात के बारे में बताया। वह अपने पिता के कुकर्मों की इकलौती चश्मदीद गवाह थी।
पीड़िता के परिवार की शिकायत के आधार पर कार्रवाई करते हुए पुलिस ने 35 वर्षीय आरोपी रविंद्र कुमार को गिरफ्तार कर लिया है साथ ही उन्होंने पीड़िता की जली हुई लाश को भी बरामद कर लिया है। शव को लखनऊ स्थित फोरेंसिक साइंस लैब में डीएनए जांच के लिए भेज दिया गया है।
महिला के परिजनों की शिकायत के आधार पर पुलिस की एक टीम रविंद्र के घर की जांच कर रही है। 10 जनवरी को उर्मिला की बहन विद्या देवी दीह थाने पहुंच कर रविंद्र के खिलाफ अपनी बहन की हत्या की शिकायत दर्ज कराई। सर्कल ऑफिसर विनीत सिंह ने ये जानकारी दी।
विनीत सिंह ने कहा कि कुमार ने 4 जनवरी को यूपी पुलिस के 112 नंबर पर डायल किया और बताया कि उसकी पत्नी उर्मिला गुमशुदा है। उर्मिला की रविंद्र से 2011 में शादी हुई थी और उनके दो बेटियां हैं जिनकी उम्र क्रमश: 11 साल औऱ 7 साल है। पुलिस के मुताबिक रविंद्र को बेटे की तलाश थी और उसे शक था कि अब तीसरी बार भी वह बेटी को जन्म देने वाली है।
रविंद्र की बड़ी बेटी ने बताया कि उसके दादा करम चंद्र और दो चाचा संजीव और बृजेश भी उसकी मां की हत्या में शामिल थे। एसएचओ ने आरोपी को गिरफ्तार करने के लिए पुलिस की एक टीम को उसके घर भेजा लेकिन वह लापता निकला।
पुलिस ने बताया कि 11 वर्षीय बच्ची ने बताया कि किस तरह से उसके बाप ने बेरहमी से उसकी मां की जान ली थी। आरोपियों को पकड़ने के लिए 6 पुलिस की टीम बनाई गई थी जिन्होंने इस कांड में लिप्त सभी आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है।
पुलिस की पूछताछ में कुमार टूट पड़ा और फिर उसने हत्या की बात कबूल कर ली। उसने बताया कि किसी बात पर झगड़ा होने के बाद उसने अपनी बीवी की गला दबाकर हत्या कर दी इसके बाद धारदार हथियार से उसके शव को टुकड़ों में काटा फिर आटे के मिल में उसे पीस दिया। उसने बताया कि बचे खुचे अवशेषों को जला दिया और बाकी बचे अस्थियों को एक डस्टबिन में डालकर घर से 4 किमी दूर फेंक दिया।