- कानपुर में आठ पुलिसकर्मियों की हत्या करने वाला विकास दुबे उज्जैन में गिरफ्तार हुआ
- महाकाल मंदिर के समीप मध्य प्रदेश पुलिस ने हिस्ट्रशीटर को गिरफ्तार किया
- गत दो जुलाई की घटना के बाद फरार चल रहा था विकास, पुलिस की 60 टीमें कर रही थीं तलाश
नई दिल्ली : कानपुर मुठभेड़ का मास्टरमाइंड और बिकरू गांव में आठ पुलिसकर्मियों की हत्या करने वाला हिस्ट्रीशीटर विकास दुबे गिरफ्तार हो गया है। मध्य प्रदेश पुलिस ने विकास को उज्जैन से गिरफ्तार किया है। विकास के सिर पर पांच लाख रुपए का इनाम घोषित था। विकास को अंतिम बार फरीदाबाद में देखा गया था जिसके बाद पुलिस उसकी सरगर्मी से तलाश कर रही थी। मध्य प्रदेश के हाथ यह बड़ी सफलता हाथ लगी है। इससे पहले आज यूपी पुलिस ने विकास के दो और सहयोगियों को मुठभेड़ में मार गिराया। पुलिस ने बताया कि प्रशांत मिश्रा पुलिस हिरासत से भागने की कोशिश कर रहा था।
सोच समझकर किया सरेंडर!
सूत्रों का कहना है कि विकास दुबे ने सरेंडर किया है। बताया जा रहा है कि विकास ने काफी सोच-समझकर अपने सरेंडर का प्लान तैयार किया। उसे पता है कि पुलिस उसके साथियों को मुठभेड़ में मार रही है। ऐसे में उसका भी एनकाउंटर किया जा सकता है। इसलिए उसने अपने सरेंडर के लिए मंदिर जैसी जगह को चुना। विकास को पता था कि पुलिस मंदिर जैसी जगह पर गोली नहीं चलाएगी। मंदिर परिसर के आसपास सीसीटीवी कैमरे लगे हैं। विकास की गिरफ्तारी के दृश्य सीसीटीवी कैमरे में कैद हुए हैं। विकास की गिरफ्तारी के समय वहां स्थानीय मीडिया कर्मियों भी मौजूद थे। इनमें से कई ने उसकी तस्वीरें लीं।
मंत्री नरोत्तम मिश्रा ने गिरफ्तारी की पुष्टि की
मध्य प्रदेश के स्वास्थ्य मंत्री नरोत्तम मिश्रा ने मीडिया से बातचीत में विकास दुबे की गिरफ्तारी की पुष्टि की। उन्होंने कहा कि उज्जैन से विकास दुबे को गिरफ्तार किया गया है और इस बारे में उत्तर प्रदेश सरकार को सूचना दे दी गई है। उन्होंने कहा, 'विकास की गिरफ्तारी पुलिस के लिए एक बड़ी सफलता है। मध्य प्रदेश की पुलिस अलर्ट पर थी। वह उज्जैन स्थित महाकाल मंदिर से गिरफ्तार हुआ है। हमारी पुलिस किसी अपराधी को छोड़ती नहीं है।'
पुलिस पर सवाल खड़े हुए
विकास की इस गिरफ्तारी ने कई सवाल खड़े किए हैं। उत्तर प्रदेश पुलिस की करीब 60 टीमें विकास को ढूंढ रही थीं लेकिन वह सभी को छकाते हुए मध्य प्रदेश के उज्जैन तक पहुंच गया। बताया जा रहा है कि विकास ग्वालियर से फरीदाबाद और फिर उज्जैन पहुंचा लेकिन पुलिस को इसकी भनक नहीं लग पाई। मीडिया रिपोर्टों में कहा गया कि विकास अपने साथ कई हथियार लेकर यात्रा कर रहा था लेकिन उसके पास से कोई हथियार जब्त नहीं हुआ है। सवाल है कि यूपी पुलिस अगर इतनी अलर्ट थी तो वह यूपी की सीमा और चेकपोस्ट पार कैसे कर गया।